वाराणसी में माननीयों के स्वीकृत 100 से अधिक परियोजनाएं अधूरी, सीडीओ ने एजेंसियों को दिया अल्टीमेटम
माननीयों ने अपने अपने विधानसभा क्षेत्र में डेवलपमेंट पर विधायक निधि की धनराशि खर्च करने में कोई संकोच नहीं की। किसी ने सड़क तो किसी ने नाली स्कूल बाउंड्री कोविड में ऑक्सीजन प्लांट आदि के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना पर मुहर लगाई।
वाराणसी, जेएनएन। माननीयों ने अपने अपने विधानसभा क्षेत्र में डेवलपमेंट पर विधायक निधि की धनराशि खर्च करने में कोई संकोच नहीं की। किसी ने सड़क तो किसी ने नाली, स्कूल बाउंड्री, कोविड में ऑक्सीजन प्लांट आदि के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना पर मुहर लगाई। लेकिन कार्यों को पूर्ण करने की राह में इस बार सर्वाधिक रोड़ा कोविड की पहली व् दूसरी लहर बनी। लगभग 100 से अधिक कार्य अभी अधूरे पड़े हैं। पूर्ण करने के लिए महज चार माह का समय अवशेष है। विधानसभा चुनाव को लेकर जैसे ही अधिसूचना जारी होगी। अधूरे कार्यों पर ब्रेक लग जाएगा।
कैंट विधानसभा क्षेत्र के विधायक सौरभ श्रीवास्तव की ओर से 173 छोटी बड़ी परियोजनाओं के लिए 510 लाख की धनराशि जारी की गई लेकिन अब तक 146 कार्य ही पूर्ण हो सके हैं। 27 अपूर्ण हैं।
दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. नीलकंठ तिवारी ने 27 कार्यों पर मुहर लगाई। 389 लाख रुपये की परियोजना में से 21 ने आकार ली। छह अभी अधूरी पड़ीं हैं।
उत्तरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. रविंद्र जायसवाल की ओर से 634 लाख की 210 परियोजनाओ की स्वीकृति दी गई लेकिन अब तक 197 पूरी हुई हैं। 13 अधूरी पड़ी हैं।
शिवपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनिल राजभर ने 70 परियोजनाओ के लिए 478 लाख विधायक निधि से जारी की लेकिन 50 ही अब तक पूर्ण हैं। 20 अधूरी पड़ीं हैं।
पिड़रा विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. अवधेश सिंह ने 49 परियोजनाओं के लिए 364 लाख जारी किए लेकिन 40 ही परियोजनाएं साकार हुई। शेष निर्माण की राह देख रहीं हैं।
सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक नील रतन सिंह पटेल ने 64 परियोजनाओं के लिए 678 लाख की राशि जारी की। इसमें 59 पूर्ण हुई। शेष पांच अधूरी हैं।
अजगरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक कैलाश नाथ सोनकर ने 58 परियोजनाओं के लिए 626 लाख जारी किए।जमीन पर 49 पूर्ण हो चुकी हैं। शेष 9 एजेंसी को पूरा कराना है।
रोहनिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह ने 118 परियोजनाओ के लिए 474 लाख की राशि जारी की लेकिन 106 पूरी हुई। शेष 12 पूर्ण होने की राह देख रही हैं।
सीडीओ का अल्टीमेटम
कार्यदायी एजेंसियों को सीडीओ मधुसूदन हुल्गी की ओर से अल्टीमेटम दिया गया है कि सभी कार्य नवम्बर से पहले पूरे कर लिए जाएं । लापरवाही किसी कीमत पर नहीं होनी चाहिए।