Uttar Pradesh पहुंचे मानसून ने झूमकर कराई बारिश, सप्ताह भर पहले ही मानसूनी सक्रियता
Monsoon arrived in Uttar Pradesh उम्मीदों के बादल अनुमानों के मुताबिक ही सप्ताह भर पहले उत्तर प्रदेश में तेजी से सक्रिय होकर राजधानी लखनऊ तक पहुंच गए। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्व में ही मानसूनी सक्रियता का अंदेशा जाहिर किया था।
वाराणसी, जेएनएन। उम्मीदों के बादल अनुमानों के मुताबिक ही सप्ताह भर पहले उत्तर प्रदेश में तेजी से सक्रिय होकर राजधानी लखनऊ तक पहुंच गए। इसकी वजह से पूर्वांचल से मध्य उत्तर प्रदेश तक बादलों की सक्रियता बन गई है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्व में ही मानसूनी सक्रियता का अंदेशा जाहिर किया था। इस लिहाज से मानसून का समय से पूर्व आना तय लग रहा था मगर सभी अनुमानों को धता बताते हुए बीते चौबीस घण्टों में मानसूनी बादलों ने आधे उत्तर प्रदेश तक अपनी पहुंच कायम कर ली।
झूमकर बरसे बादल : पूर्वांचल से लेकर अवध तक बादलों ने तेजी से कवर करते हुए कई इलाकों में झूमकर पानी गिराया। मौसम विभाग ने शनिवार तक मानसूनी रेखा मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा तय की थी। मगर, रविवार दोपहर जारी आंकड़ों में मानसून की असली रेखाओं ने आधे उत्तर प्रदेश की दूरी नाप डाली।
सक्रियता सप्ताह भर पूर्व भारतीय मौसम विभाग ने 20 जून को मानसूनी सक्रियता का पूर्वांचल में अनुमान जाहिर किया था। जबकि मानसून इस बार 13 जून को ही पहुंच गया। इस लिहाज से तय समय से सप्ताह भर पूर्व जहाँ मानसूनी बारिश शुरू हुई है वहीं पूर्व में 15 जून को पूर्वांचल पहुंचने वाले मानसून के रिकॉर्ड को भी मानसून ने तोड़ दिया है। विगत कई वर्षों में लखनऊ तक मानसून की जल्द सक्रियता का यह संभवतः पहला मौका है। ऐसे में सप्ताह भर पहले सक्रिय हुए मानसून की गति यही बनी रही तो राजधानी दिल्ली तक मानसूनी सक्रियता भी जल्द नजर आने लगेगी।
लखनऊ ही नहीं दिल्ली तक मानसून : रविवार को मौसम विभाग की मानसून की रिपोर्ट में उत्तरी रेखा लखनऊ के अलावा नई दिल्ली तक उत्तराखंड पार कर पहुंच गई है। इस लिहाज से देश की राजधानी नई दिल्ली की चौखट पर मानसून समय से पखवारे भर पहले ही दस्तक दे चुका है। मानसून अधिक सक्रियता का बना रहा तो दो दिन में उम्मीद है देश के सभी उत्तर के राज्यों में भी दस्तक दे देगा।
झमाझम बारिश से मिली प्रचंड गर्मी से निजात-मिल रहा संकेत, सात दिनों तक छाए रहेंगे बादल
जागरण बनारस में प्री-मानसून की दस्तक से दो दिन पहले रविवार दोपहर झमाझम बारिश ने बनारस को जल से सराबोर कर दिया। इससे मौसम सुहाना हो गया और लोगों को प्रचंड गर्मी से निजात मिली। इसका असर तापमान पर दिखा। अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया जो सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दौरान बनारस में रविवार को 23 मिलीमीटर वर्षा हुई। हवा भी करीब 15-19 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बही और आर्द्रता 83 फीसद रही। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि बनारस में मानसून का आगमन एक-दो दिन के अंदर हो जाएगा। पहले संभावना थी कि यह 20 जून तक आएगा, मगर अब बड़ी तेजी से यह पूर्वी यूपी की ओर बढ़ रहा है। बनारस में बारिश अब काफी बेहतर होगी। मौसम विभाग भी अगले सात दिनों तक धूप या साफ मौसम का संकेत नहीं दे रहा है।