Varanasi जिला जेल में बिन वाॅच टावर हो रही निगरानी, बैरकों में चल रही सघन चेकिंग अभियान

चित्रकूट जेल में हुए हत्याकांड को लेकर शनिवार को केंद्रीय कारागार व जिला कारागार में सतर्कता बढ़ा दी गई है। बैरकों में सघन चेकिंग अभियान चलाने के साथ ही बंदी और कैदियों के सामान की आकस्मिक तलाशी ली गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 08:20 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 01:43 PM (IST)
Varanasi जिला जेल में बिन वाॅच टावर हो रही निगरानी, बैरकों में चल रही सघन चेकिंग अभियान
केंद्रीय कारागार व जिला कारागार में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

वाराणसी, जेएनएन। चित्रकूट जेल में हुए हत्याकांड को लेकर शनिवार को केंद्रीय कारागार व जिला कारागार में सतर्कता बढ़ा दी गई है। बैरकों में सघन चेकिंग अभियान चलाने के साथ ही बंदी और कैदियों के सामान की आकस्मिक तलाशी ली गई। सीसीटीवी कैमरों को बारीकी से चेक किया गया। हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद कैदियों की भी तलाशी ली गई।

जेल अधीक्षक ने बंदी रक्षकों को हिदायत दी कि किसी भी बंदी या कैदी की अनाधिकृत या नियम विरुद्ध मदद करने पर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि आधुनिक तकनीक के समय में जिला जेल में वाच टावर नहीं होना सवाल खड़े कर रहा है। चित्रकूट जेल मेें बंद शॉर्प शूटर अंशुल दीक्षित ने शुक्रवार सुबह ताबड़तोड़ फायरिंग कर पश्चिम यूपी के बदमाश मुकीम काला और वाराणसी के मेराज की हत्या कर दी थी। बाद में अंशुल भी पुलिस की गोली से मारा गया था। वारदात ने जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। डीजी जेल के निर्देश पर शनिवार को केंद्रीय व जिला कारागार में चेकिंग अभियान चलाया गया। जिला जेल के अधीक्षक पवन त्रिवेदी ने सभी बैरकों की जांच की। कैदी व बंदियों को बाहर निकालकर उनके सामान की तलाशी ली गई। जेल का चप्पा-चप्पा खंगाला गया। मेस के साथ अस्पताल तक की चेकिंग की गई। सब सामान्य मिलने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। जिला जेल अधीक्षक ने बताया कि रोजाना जेल में चेकिंग की जाती है।

चित्रकूट की घटना के बाद शनिवार को जेल में तीन बार चेकिंग अभियान चलाया गया। यहां पर लगे 30 सीसीटीवी से लगातार निगरानी की जा रही है। हालांकि यहां पर एक भी वाच टावर नहीं है। करीब पांच वाच टावर की जरूरत है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा सके। वहीं केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक अरविंद सिंह ने बताया कि कारागार में पांच वाच टावर स्थापित हैं। साथ ही 30 सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है।

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