वाराणसी में मनरेगा मजदूरों ने ब्लाक मुख्यालय पर किया प्रदर्शन, काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता की मांग
आवेदन के 15 दिन के अंदर काम नहीं दिया जाता तो उसके बदले बेरोजगारी भत्ता दिया जाय। हरपालपुर गांव के घूरे लाल सेवालाल अमरादेवी राजेंद्र की शिकायत थी कि आठ माह बीत जाने के बाद भी अब तक मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर स्थानीय ब्लाक मुख्यालय पर सोमवार को सैकड़ों मनरेगा मजदूर यूनियन की अगुवाई में कई गांवों के मनरेगा मजदूरों ने प्रदर्शन किया। मजदूरों का आरोप था कि काम मांगने पर समय से काम नहीं मिलता। मिलता भी है तो कुछ खास लोगों को ही मिलता है जिसकी पहुंच होती है। पारिश्रमिक का भुगतान भी समय से नहीं किया जाता। वहीं दूसरी ओर प्रदर्शन के दौरान लोगों ने मांग किया कि अगर उनको काम और भुगतान नहीं दिया जा रहा है तो उनको बेरोजगारी भत्ता अवश्य दिया जाए।
गांव से लेकर ब्लाक तक शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं होती। मजदूरों की मांग थी कि सभी मनरेगा मजदूरों को 100 दिन का काम मिलना चाहिए। काम समाप्ति के 15 दिन के अंदर पारिश्रमिक का भुगतान हरहाल में होना चाहिए। आवेदन के बावजूद भी समय से काम न मिलने की भी शिकायत थी मजदूरों की मांग थी कि अगर आवेदन के 15 दिन के अंदर काम नहीं दिया जाता तो उसके बदले बेरोजगारी भत्ता दिया जाय।
हरपालपुर गांव के घूरे लाल, सेवालाल, अमरादेवी, राजेंद्र की शिकायत थी कि आठ माह बीत जाने के बाद भी अब तक मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ।
फरीदपुर के मनोज का कहना था कि छह माह बीत गये मगर मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है यही नहीं उनकी शिकायत यह भी थी कि आश्वासन पर शौचालय बनवा लिया मगर अबतक भुगतान नहीं हुआ। इसकी शिकायत ब्लाक पर भी कर चुका हूं मगर भुगतान नहीं हुआ। हरपालपुर, केसरीपुर, घाटमपुर, मडांव, रामपुर, मिसिरपुर, फरीदपुर, माधोपुर, छितौनीकोट, देल्हना आदि गांवो के करीब 100 मनरेगा मजदूरों ने काम के लिए आवेदन भी किया। बीडीओ डा. आराधना त्रिपाठी ने एक सप्ताह के अंदर काम उपलब्ध कराने तथा रुके हुए पारिश्रमिक का भुगतान जल्द करने का आश्वासन दिया। प्रदर्शन करने वालों में खरपत्तू, रीता, विजय, बचाऊ, उर्मिला, चंद्रावती, दशमी, सुमित्रा, राजकुमारी आदि थे।