MLC रामलली और पुत्र पर होगा एक और मुकदमा, रहम के मूड में नहीं दिख रही पुलिस

ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्र रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी का मकान कब्जा करने और धमकी देने के मामले में चित्रकूट जेल में धकेले जा चुके हैं। इसी मामले में सह आरोपित उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्र और पुत्र विष्णु मिश्र लगातार पुलिस को चमका दे रहे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 07:10 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 05:51 PM (IST)
MLC रामलली और पुत्र पर होगा एक और मुकदमा, रहम के मूड में नहीं दिख रही पुलिस
विधायक विजय मिश्र की आरोपित पत्नी एमएलसी रामलली मिश्र और पुत्र विष्णु मिश्र लगातार पुलिस को चमका दे रहे हैं।

भदोही, जेएनएन। ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्र रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी का मकान कब्जा करने और धमकी देने के मामले में चित्रकूट जेल की सलाखों के पीछे धकेले जा चुके हैं, लेकिन इसी मामले में सह आरोपित उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्र और पुत्र विष्णु मिश्र लगातार पुलिस को चमका दे रहे हैं। वे अब तक कई ठिकाना बदल चुके हैं। दोनों लोग फरारी काट रहे हैं। पहले प्रयागराज फिर दिल्ली, उसके बाद मध्य प्रदेश। हर दिन उनकी नई लोकेशन सर्विलांस टीम को मिल रही है। दो टीम गठित तो हुई लेकिन उन्हें पकडऩे में नाकाम सिद्ध हुई। फरारी के दौरान उनके ठिकाने बदलते रहे। अब पुलिस उनके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में जुट गई है।

रहम के मूड में नहीं दिख रही पुलिस

एमएलसी व पुत्र  के खिलाफ 15 सितंबर को कोर्ट ने कुर्की का नोटिस जारी किया है। पुलिस ने उन्हें 15 अक्टूबर तक उपस्थित होने की मोहलत दी है। नियत तिथि तक उपस्थित नहीं होने पर उनकी प्रापर्टी कुर्क कर दी जाएगी। इसके लिये अब पुलिस की कई टीमें दोनों लोगों के नाम पर दर्ज संपत्ति का आंकलन करने मेें जुटी हुई हैं। उनके कई करीबियों से भी संपर्क स्थापित किये जा रहे हैं। यूं कहें कि अब रहम के मूड में पुलिस कतई नहीं दिख रही तो शायद गलत नहीं होगा।

एक और केस से बढ़ेंगी मुश्किलें

अभी पुलिस एमएलसी व पुत्र के हाजिर होने का इंतजार कर रही है। जारी नोटिस के मुताबिक उन्हें हाजिर होने के लिये अधिकतम एक माह की मोहलत दी गई है। इसके बाद कोर्ट की अवमानना का मुकदमा पुलिस दर्ज करेगी। धारा 174 की कार्रवाई में उन्हें एक महीने जेल भी हो सकती है। पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने बताया कि समय पर उपस्थित नहीं होने पर उनके खिलाफ एक और मुकदमा कोर्ट का आदेश नहीं मानने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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