Mission UP 2022 : यूपी विधान सभा चुनाव की तैयारी शुरू, वाराणसी में आरओ और एआरओ की हुई तैनाती

सरकारी मशीनरी धीरे-धीरे विधानसभा चुनाव की तरफ बढऩे लगी है। निर्वाचन कार्यालय की ओर से आरओ व एआरओ की तैनाती कर दी गई है वहीं मतदाता सूची में जेंडर रेसियों को भी ठीक किया जा रहा है। इसके साथ ही पोलिंग स्टेशनों का भी सत्यापन तेजी से चल रहा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 06:40 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 01:36 PM (IST)
Mission UP 2022 : यूपी विधान सभा चुनाव की तैयारी शुरू, वाराणसी में आरओ और एआरओ की  हुई तैनाती
Mission UP 2022 : सरकारी मशीनरी धीरे-धीरे विधानसभा चुनाव की तरफ बढऩे लगी है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। Mission UP 2022 : सरकारी मशीनरी धीरे-धीरे विधानसभा चुनाव की तरफ बढऩे लगी है। निर्वाचन कार्यालय की ओर से आरओ व एआरओ की तैनाती कर दी गई है वहीं मतदाता सूची में जेंडर रेसियों को भी ठीक किया जा रहा है। इसके साथ ही पोलिंग स्टेशनों का भी सत्यापन तेजी से चल रहा है।

निर्वाचन कार्यालय से जुड़े लोगों को कहना है कि नवम्बर के अंत तक या दिसंबर के पहले सप्ताह में विधानसभा चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए तैयारी की जा रही है ताकि समय से सब व्यवस्थित रहे। जिले में विधानसभावार आरओ व एआरओ की तैनाती की जा चुकी है। पहले एक बूथ पर 1500 मतदाता निर्धारित थे लेकिन अब कोविड की वजह से इसकी संख्या कम हो सकती है। यह संख्या कितनी होगी, यह अभी आयोग की ओर से तय नहीं है लेकिन निर्वाचन कार्यालय बढ़े हुए वोटरों को ध्यान में रखते हुए एक बूथ पर एक हजार वोटर को ही रखने की दिशा में काम कर रहा है। सभी एसडीएम को नए बूथ के लिए स्थल की खोज करने को निर्देशित किया गया है।

इसके अलावा गोदाम में पड़े लगभग दो हजार से अधिक पुराने ईवीएम का सत्यापन का कार्य भी लगभग पूरा किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि आयोग के निर्देश के क्रम में इसको अन्यत्र गोदाम में रखने के लिए भेजा जाएगा या संभव है कि इसे आयोग मंगा ले क्योंकि अब इस माडल के ईवीएम का उपयोग नहीं हो रहा है।

दूसरी तरफ जिलाधिकारी की ओर से भी इस आशय का आदेश बीएलओ को जारी किया गया है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान युवाओं को अधिक से अधिक वोटर बनाया जाए। यह शिकायत किसी भी बूथ से नहीं मिलनी चाहिए कि किसी ने फार्म नहीं भरा। आप, सब इसके लिए कोशिश करिए। अब तक मतदाता बनने से वंचित लोगों के अलावा अधिक से अधिक 18 वर्ष पूर्ण कर चुके युवाओं को मतदाता बनाएं। इस कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। दूसरी तरफ यह माना जा रहा है कि अगस्त के अंत तक निर्वाचन कार्यालय ही नहीं अधिकारी भी पूरी तरह चुनावी मूड में यानी चुनावी गतिविधियों से पूरी तरह जुड़ जाएंगे।

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