Bharat Bandh In Poorvanchal : भारत बंद का मामूली असर, अधिकतर दुकानें आम दिनों की तरह खुलीं

वाराणसी सहित सोनभद्र बलिया मऊ गाजीपुर आजमगढ़ जौनपुर मीरजापुर भदोही और चंदौली आदि जिलों में किसान मोर्चा की ओर से सोमवार को भारत बंद का आयोजन किया गया था। कुछ जगहों पर प्रतीकात्‍मक विरोध और धरना का आयोजन किया गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 10:29 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 02:45 PM (IST)
Bharat Bandh In Poorvanchal : भारत बंद का मामूली असर, अधिकतर दुकानें आम दिनों की तरह खुलीं
बलिया के सिकंदरपुर में बंदी को लेकर किसान संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सुबह रैली निकाली।

वाराणसी, इंटरनेट डेस्‍क। पूर्वांचल में भारत बंद का सुबह कोई खास असर नजर नहीं आया। वाराणसी सहित सोनभद्र, बलिया, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, मीरजापुर, भदोही और चंदौली आदि जिलों में किसान मोर्चा की ओर से सोमवार को भारत बंद का आयोजन किया गया था। कुछ जगहों पर प्रतीकात्‍मक विरोध और धरना का आयोजन किया गया। हालांकि, बाजार बंदी करने या बाजार बंद कराने जैसा कहीं कुछ नजर नहीं आया। नई दिल्‍ली और आसपास विरोध प्रदर्शन और रेलवे ट्रैक जाम करने की वजह से कई ट्रेनें प्रभावित भी रहीं, हालांकि इसमें वाराणसी आने वाली और यहां से जाने वाली कोई ट्रेन के प्रभावित होने की सूचना नहीं है। 

वाराणसी में दोपहर तक किसी प्रकार का भारत बंद का आयोजन नहीं हो सका। वहीं मिर्जामुराद में 'भारत बंद' के मद्देनजर किसान आंदोलन के समर्थक व मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक मेंहदीगंज गांव निवासी सुरेश राठौर को मिर्जामुराद पुलिस द्वारा रविवार से ही घर पर ही नजर बंद कर दिया गया। संयोजक के अनुसार घर पर दो पुलिसकर्मी मौजूद हैं। हलांकि, आस-पास के बाजारों में बंद का असर नही दिखा। जबकि मिर्जामुराद के बाजारों में सोमवार की साप्ताहिक बंदी रही। दूसरी ओर बीएचयू गेट पर भारत बंद को लेकर दोपहर में किसान महिलाओं ने बैनर और पोस्‍टर के साथ विरोध प्रदर्शन किया।  

आजमगढ़ के फूलपुर तहसील के अंबारी स्थित इंडियन बैंक के पास काले कानून के एक वर्ष बीतने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा ज्ञापन दिया गया। किसान बिल के एक वर्ष बीतने पर कांग्रेस के जिला महासचिव शाहिद शादाब एवं किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र यादव के नेतृत्व में कोतवाली प्रभारी सुशील दुबे को ज्ञापन दिया गया। कांग्रेस किसान जिलाध्यक्ष बिरेन्द्र यादव एवं कांग्रेस के जिला महासचिव शाहिद शादाब ने कहा कि एक साल से किसान बिल के खिलाफ किसान आंदोलनरत है। अगर इस किसान विरोधी बिल काले कानून को वापस नही लिया जाता है तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। इस अवसर पर शादाब अहमद, महमूद, बांकेलाल यादव, तैयब अहमद , राजेश यादव, विवेक विश्वकर्मा, सौरभ यादव आदि रहे।

बलिया के सिकंदरपुर में बंदी को लेकर किसान संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सुबह रैली निकालकर भारत बंद सफल बनाने की अपील की। इस दौरान काफी सुरक्षा व्‍यवस्‍था भी मौजूद रही। वहीं जिले के अन्‍य क्षेत्रों में किसान मोर्चा के सोमवार को भारत बंद का यहां बिल्कुल असर नहीं दिखाई पड़ा। अन्य दिनों की भांति समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान, बाजार, हाट, छोटे से बड़े सभी दुकान खुले रहे। मार्गों पर आवागमन भी पहले की तरह ही चलता रहा। क्षेत्र के समस्त स्कूल,कॉलेज एवं अन्य प्रतिष्ठान सामान्यतः खुले रहे। भारत बंद के समर्थक भी कहीं नहीं दिखाई पड़े।

जौनपुर जिले में किसान मोर्चा के आवहान पर सोमवार को आयोजित भारत बंद का जनपद में सुबह दस बजे तक कोई असर नहीं दिखा। व्यावसायिक प्रतिष्ठान, केंद्र व राज्य सरकार के सभी कार्यलयों में आमदिनों की तरह काम-काज होता रहा। रेल, परिवहन निगम और प्राइवेट वाहनों के आवागमन भी सामान्य रहे। जिला व पुलिस प्रसाशन बंद के आह्वान को देखते हुए एहतियात के तौर पर पूरी तरह मुस्तैद रहे। फिलहाल कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई ख़बर नहीं रही, कुल मिलाकर जौनपुर में भारत बंद पूरी तरह बेअसर रहा। वहीं दोपहर में कृषि परिषद संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने जुलूस निकालकर भारत बंद का समर्थन किया। पालिटेक्निक चौराहे के समीप एसडीएम सदर हिमांशु नागपाल ने जुलूस रोककर किसान नेता से पत्रक ले लिया। एहतियातन चौराहों पर पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है। साथ ही पुलिस अधिकारी भी चक्रमण करते रहे।

सोनभद्र में भारत बंद पूरी तरह से बेअसर नजर आया। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण बाजारों तक सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे। सरकारी सेवाओं, स्कूल कालेजों पर भी इसका कोई प्रभाव नहीं रहा। दोपहर तक बाजार बंद कराने के लिए किसी भी किसान संगठन या राजनीतिक दल सड़क पर नहीं दिखा। पुलिस इसे लेकर सक्रिय दिख रही तो चक्रमण के साथ पुलिसकर्मियों की सतर्क नजर आए।

मऊ जनपद में भारत बंद पूरी तरह से बेअसर नजर आया। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण बाजारों तक सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे। सरकारी सेवाओं, स्कूल कालेजों पर भी इसका कोई प्रभाव नहीं। दोपहर तक बंदी को लेकर किसी भी किसान संगठन या राजनीतिक दल सड़क पर नजर नहीं आया। गाजीपुर चौराहे से लेकर आजमगढ़ मोड़ तक पुलिस इसे लेकर सक्रिय दिख रही है। कहीं चक्रमण तो कहीं पुलिसकर्मियों की तैनाती भी रही।

गाजीपुर जनपद में भारत बंद का अधिक असर नहीं रहा। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण बाजारों तक सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुले हुए हैं। सरकारी सेवाओं, स्कूल कालेजों पर भी इसका कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है। अभी तक बंद कराने के लिए कोई भी किसान संगठन या राजनीतिक दल सड़क पर नहीं दिख रहे हैं, लेकिन जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात की गई है। फायर ब्रिगेड के वाहन भी लगे हुए हैं। अभी तक कहीं किसी संगठन द्वारा बंद कराने की सूचना नहीं है। वहीं दोपहर में मरदह में कम्युनिस्ट संगठनों के आह्वान पर कृषि बिल के विरोध में भारत बंद के समर्थन में मरदह कस्बे में जुलूस निकाल कर बैठक कर कृषि बिल वापस लेने की मांग की। वहीं दिलदारनगर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा कारणों से आरपीएफ और जीआरपी पुलिस चक्रमण करती रही।

मीरजापुर में किसान संयुक्त मोर्चा के आवाहन पर नरायनपुर त्रिमुहानी पर किसान नेताओं ने मार्ग जाम कर धरना प्रदर्शन शुरू किया। इस बाबत प्रतीकात्‍मक रूप से मार्ग जाम कर विरोध प्रदर्शन के साथ ही किसानों ने अपने हितों के संरक्षण को लेकर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया और अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की। इस दौरान नारेबाजी और पोस्‍टर बैनर के साथ किसान नजर आए। वहीं सुरक्षा कारणों से मौके पर पुलिस बल की भी तैनाती रही।

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