अनुमति के पेच में फंसा आइपीडीएस का कार्य, मिनिस्ट्री आफ रोड एंड ट्रांसपोर्ट से नहीं मिली है अनुमति

शहर में भूमिगत केबल डालने के लिए आइपीडीएस के तहत दूसरे चरण का कार्य चल रहा है। अब संत अतुलानंद एवं भोजूबीर तिराहे के पास कार्य रूक गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 11:19 AM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 11:19 AM (IST)
अनुमति के पेच में फंसा आइपीडीएस का कार्य, मिनिस्ट्री आफ रोड एंड ट्रांसपोर्ट से नहीं मिली है अनुमति
अनुमति के पेच में फंसा आइपीडीएस का कार्य, मिनिस्ट्री आफ रोड एंड ट्रांसपोर्ट से नहीं मिली है अनुमति

वाराणसी, जेएनएन। शहर में भूमिगत केबल डालने के लिए आइपीडीएस के तहत दूसरे चरण का कार्य चल रहा है। अब संत अतुलानंद एवं भोजूबीर तिराहे के पास कार्य रूक गया है। कारण कि मिनिस्ट्री आफ रोड एंड ट्रांसपोर्ट की ओर से अनुमति ही नहीं मिली है। आइपीडीएस के दूसरे चरण के तहत शहर संत अतुलानंद, कचहरी, गिलट बाजार, अर्दली बाजार, भोजूबीर व पुलिस लाइन क्षेत्र में भूमिगत केबलिंग का कार्य 31 दिसंबर तक पूरा करना है। बावजूद इसके कार्यदायी कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड अभी तक आधा भी काम नहीं कर पाई है।

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कंपनी को फरवरी में ही कार्य की जिम्मेदारी दे दी थी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि बचे दो माह में ही आखिरकार कार्य कैसे पूरा होगा। 

 कंपनी की ओर से कभी आचार संहिता तो कभी बारिश का रोना रहता है। अब अनुमति का रोना रोया जा रहा है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि कंपनी फरवरी के बाद से अभी तक क्या कर रही थी। आइपीडीएस (एकीकृत ऊर्जा विकास योजना) के तहत दूसरे चरण में कैंट स्टेशन से लहुराबीर वाया अंधरापुल व तेलियाबाग, कैंट से लहुराबीर वाया इंग्लिशिया लाइन तिराहा, मल्दहिया व लोहामंडी क्रासिंग, संत अतुलानंद स्कूल से कचहरी चौराहा वाया गिलट बाजार, अर्दली बाजार, भोजूबीर व पुलिस लाइन चौराहा, भोजूबीर से महावीर मंदिर, कचहरी चौराहा से भोजूबीर तिराहा वाया सर्किट हाउस, बीएचयू से सामनेघाट व बड़ी गैबी में कार्य होना है। अनुमति के संबंध में पूछे जाने पर मुख्य अभियंता वितरण मनोज कुमार अग्रवाल का कहना है कि इस मामले में जिला प्रशासन से उचित सलाह ली जाएगी। 

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