कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए बच्चों की सीरप के रूप में जुटाई जा रही दवाएं

कोरोना की दूसरी लहर अभी शांत नहीं हुई कि तीसरी लहर की आहट भी तेज हो गई है। इसे लेकर सरकार से लेकर प्रशासन तक भी सतर्क हो गया है। साथ ही चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू में तीसरी से लड़ने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 01:56 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 01:56 PM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए बच्चों की सीरप के रूप में जुटाई जा रही दवाएं
कोरोना की दूसरी लहर अभी शांत नहीं हुई कि तीसरी लहर की आहट भी तेज हो गई है।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर अभी शांत नहीं हुई कि तीसरी लहर की आहट भी तेज हो गई है। इसे लेकर सरकार से लेकर प्रशासन तक भी सतर्क हो गया है। साथ ही चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू में तीसरी से लड़ने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स में 100 बेड का बच्चा काेरोना वार्ड बनाया जाएगा, जिसमें 50 बेड का पिकू रहेगा।

अब अस्पताल प्रशासन ने बच्चों  के उपचार के लिए दवाओं की भी डिमांड भेजी है। कारण कि बच्चों को अधिकतर दवाएं सीरप के रूप में ही आसान होती है। इस लिए पहले से ही इसकी आपूर्ति की जानी है। ताकि जब तीसरी लहर आए तो उस समय दवाओं की मारामारी नहीं हो। 

मालूम हो कि कोरोना की दूसरी लहर में कई कोरोना करीजों को बहुत ही हाई डोज इंजेक्शन, कैप्सूल, टैबलेट के साथ ही ऑक्सीजन आदि भी देने की जरूरत पड़ी है। हालांकि बच्चे  इंजेक्शन, कैप्सूल, टैबलेट का सेवन नहीं कर पाते हैं। इसी लिए चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल प्रशासन ने इन इंजेक्शन, कैप्सूल, टैबलेट को सीरप के रूप में मुहैया कराने की मांग की है।

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि इस संबंध में संबंधित फार्मेसी एवं कंपनियों को बोल दिया गया है। इसके साथ ही शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स में बच्चों के  लिए कोरोना वार्ड भी खोलने की तैयारी तेज हो गई है। ताकि तीसरी लहर आने से पहले ही हम पूरी तरह से तैयारी पूरी कर सकें।

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