अब वाराणसी सीएमओ कार्यालय परिसर में फेंका मिला मेडिकल कचरा, सतर्कता की कमी
दुर्गाकुंड स्थित सीएमओ कार्यालय के दस से अधिक अधिकारी व कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हैं। इनमें से कुछ ठीक हो चुके हैं तो वहीं कुछ अब भी उपचार करा रहे हैं। बावजूद इसके सतर्कता बरतने की बजाय कार्यालय परिसर में गुरुवार को बेपरवाही देखने को मिली।
वाराणसी, जेएनएन। दुर्गाकुंड स्थित सीएमओ कार्यालय के दस से अधिक अधिकारी व कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हैं। इनमें से कुछ ठीक हो चुके हैं, तो वहीं कुछ अब भी उपचार करा रहे हैं। बावजूद इसके सतर्कता बरतने की बजाय कार्यालय परिसर में गुरुवार को बेपरवाही देखने को मिली। परिसर में घुसते ही दायीं आेर खुले में इस्तेमाल हो चुके ग्लव्स व मास्क फेंके पड़े हैं तो वहीं मुख्य भवन में सीढ़ी के पास लगा आटोमेटिक हैंड सैनिटाइजर मशीन पिछले कई दिनों से खराब है।
मेडिकल वेस्ट निस्तारण में लापरवाही के इसी तरह के मामले में सीएमओ डा. वीबी सिंह ने एक अक्टूबर को महिला अस्पताल-कबीरचौरा से स्पष्टीकरण मांगा था। वहां काम खत्म होने के बाद कार्टून में रखे इस्तेमाल ग्लव्स व मास्क को अलग डस्टबिन में रखने की बजाय स्वास्थ्य कर्मियों ने मुख्य गेट के बगल में ही जला दिया गया था। इससे पूर्व भी सीएमओ कार्यालय परिसर में बायो-मेडिकल वेस्ट निस्ताकरण को लेकर लापरवाही सामने आई थी, जिस पर सीएमओ ने कर्मचारियों को चेतावनी भी दी थी। जनपद में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से सुधार हो रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस तरह की कोताही अब तक की मेहनत पर पानी फेर सकती है। ज्ञात हो कि विगत सात सितंबर को दिल्ली के डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल से केंद्रीय टीम बनारस पहुंची थी। सीएचसी, पीएचसी के साथ ही कोविड एवं नॉन-कोविड अस्पतालों को निरीक्षण करने के साथ ही टीम ने स्वास्थ्य सुविधाओं को जायजा लिया था। पांच दिन के सर्वे के बाद टीम ने 11 सितंबर को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को बायो-मेडिकल वेस्ट निस्तारण की स्थिति सुधारने, लोगों को मास्क लगाने के प्रति जागरुक करने व साफ-सफाई बेहतर करने की सलाह दी थी। तब से अब तक न तो केंद्रीय टीम की सलाह पर ठीक से अमल हो सका और न ही कमियों को ही दूर किया गया।
खुले में मेडिकल वेस्ट फेंकने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
गाइडलाइन के मुताबिक मेडिकल वेस्ट निस्तारण को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को कई बार निर्देशित किया जा चुका है। खुले में मेडिकल वेस्ट फेंकने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- डा. वीबी सिंह, सीएमओ।