वाराणसी में मेडिकल स्टोर संचालिका ने फांसी लगाकर दी जान, प्रापर्टी में किया था बड़ा निवेश
सुंदरपुर की रहने वाली अंशु गुप्ता (47) पत्नी पवन दास ने फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंचे चितईपुर थानाध्यक्ष मिर्जा रिजवान बेग ने पहुंचकर मौके पर फील्ड यूनिट को बुलाकर जांच के बाद शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। चितईपुर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर की रहने वाली अंशु गुप्ता (47) पत्नी पवन दास ने फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंचे चितईपुर थानाध्यक्ष मिर्जा रिजवान बेग ने पहुंचकर मौके पर फील्ड यूनिट को बुलाकर जांच के बाद शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया। सुंदरपुर के रहने वाले पवन दास गुप्ता की लंका पर धनद मेडिकल नाम से दवा की दुकान है। जहां अंशु खुद दुकान पर सहयोग करती थी।
परिजनों के अनुसार सोमवार को भी अंशु दुकान गई थी। रात अचानक किन वजहों से अंशु ने फांसी लगा कर जान दे दी पता ही नहीं चल सका। सुबह पति के आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला और अंदर देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। पत्नी को पंखे से लटकता देख पुलिस को सूचना दिया। आसपास के लोगों के अनुसार काफी व्यवहार कुशल थी। मुंगराबादशाहपुर, जौनपुर की रहने वाली अंशु की शादी 2003 में सुंदरपुर के पवन से हुई थी। जिनके दो बच्चे हैं। उनका बड़ा बेटा दर्श 10 वीं में पढ़ता है जबकि छोटा दिव्यांश है।
पति के अनुसार किसी बात को लेकर डिप्रेशन थी लेकिन कुछ बताती नहीं थी। जबकि मेडिकल स्टोर का बड़ा काम है और काउंटर भी वही संभालती थी। किसी बात की परिवार में कोई कमीं नही थी।अंशु के इस कदम से लोग हतप्रभ हैं आखिर ऐसा क्यों कर लिया। आत्महत्या की सूचना पर मृतका के भाई अजय और आसपास के काफी लोग पहुंच गए।
प्रॉपर्टी में भी अंशु ने किया था बड़ा निवेश : वैसे तो अंशु सामान्य परिवार की थी लेकिन शादी होने के बाद पैसे की कमी नही थी। मेडिकल से अच्छी कमाई होने के बाद अंशु ने अपने भाई अजय और उसके एक दोस्त के साथ प्रापर्टी में भी अच्छा निवेश किया था और मायके वालों का मदद भी करती थी। पुलिस की जांच के अनुसार पति और पत्नी में कभी कभी अनबन भी होती थी। एसओ रिजवान बेग ने बताया कि फिलहाल कोई लिखित आरोप नहीं मिला है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी।