बीएचयू में देर रात धनवंतरि हास्‍टल के मेडिकल छात्रों के बीच मारपीट और बवाल

वाराणसी कई महीने से शांत चल रहे काशी हिंदू विश्वविद्यालय शनिवार की रात करीब एक बजे बवाल हो गया। धनवंतरि हास्‍टल के मेडिकल छात्रों के छात्र आमने-सामने हो गए दोनों गुटों में मारपीट हुई मामला चीफ प्रॉक्टर ऑफिस में पहुंचा और यहां पर भी मारपीट हुई ।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 27 Jun 2021 02:14 AM (IST) Updated:Sun, 27 Jun 2021 02:45 AM (IST)
बीएचयू में देर रात धनवंतरि हास्‍टल के मेडिकल छात्रों के बीच मारपीट और बवाल
काशी हिंदू विश्वविद्यालय शनिवार की रात करीब एक बजे बवाल हो गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। वाराणसी कई महीने से शांत चल रहे काशी हिंदू विश्वविद्यालय शनिवार की रात करीब एक बजे बवाल हो गया। धनवंतरि हास्‍टल के छात्र आमने-सामने हो गए दोनों गुटों में मारपीट हुई। मामला चीफ प्रॉक्टर ऑफिस में पहुंचा बताया जा रहा है कि यहां पर भी मारपीट हुई। 

बताया जा रहा है कि बीएचयू परिषद काशी विश्वनाथ मंदिर में छात्रों का एक गुट जन्‍म दिन  मना रहा था। इसी बीच में दूसरा गुट जाकर छींटाकशी करने लगा। इसी बात को लेकर कहासुनी हुई और दोनों में मारपीट होने लगी1 सूचना पाकर जल बोर्ड ने मामला किसी तरह से वहां शांत कराया। फिर दोनों पक्ष आकर शिप्रा ऑफिस में भी बवाल करने लगे। मारपीट करने लगे। इसके बाद लंका थाने की पुलिस पहुंच गई। सीओ व जिला प्रशासन के अधिकारियों पहुंच गए। इंस्पेक्टर लंका महेश पांडेय ने बताया कि छात्रों का दो पक्ष विश्वनाथ मंदिर के पास झगड़ा किया था। इसी बात को लेकर रात में आमने सामने मारपीट और पत्थरबाजी हुई है। थोड़ी देर पहले चीफ प्रॉक्टर कार्यालय पर दर्जन भर छात्र प्रार्थना पत्र लेकर हंगामा कर रहे थे। बताया जा रहा है कि बर्थडे मनाने में चिकित्सा विज्ञान संस्थान की छात्राएं थी बवाल होने के बाद प्रोक्‍टोरियल टीम ने मेडिकल की छात्राओं को उनके हॉस्टल में पहुंचाया बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर आनंद चौधरी एवं डिप्टी चीफ डॉक्टर प्रो. बीसी कापड़ी की ओर से मामले की जांच की जा रही है वही छात्रों के दो गुटों के बीच हुए बवाल के कारण काशी हिंदू विश्वविद्यालय का माहौल देर रात तक गर्म रहा।

नौकरी दिलाने के नाम पर दोस्त ने की नौ लाख रुपये की ठगी

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र से बीएचयू में क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर उसके दोस्त ने नौ लाख रुपये की ठगी कर ली। नौकरी व पैसा न मिलने पर भुक्तभोगी ने लंका थाने में आरोपित अभिषेक श्रीवास्तव व उसके पिता अजय श्रीवास्तव के खिलाफ अमानत में खयानत व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मऊ के हलधरपुर थानांतर्गत सेहबरपुर रतनपुरा निवासी कृष्ण मोहन पांडेय बीएचयू से विधि की पढ़ाई करने के बाद लंका क्षेत्र में किराए पर कमरा लेकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। कृष्ण मोहन का आरोप है कि एक दिन विश्वविद्यालय परिसर स्थित विश्वनाथ मंदिर पर पुराने दोस्त अभिषेक श्रीवास्तव से मुलाकात हो गई। बातचीत के दौरान अभिषेक ने बीएचयू में क्लर्क की नौकरी दिलाने की बात की। उसने कहा कि मेरे पिता की बीएचयू के रजिस्ट्रार से अच्छी बनती है। इस दौरान उसने फोनकर पांच लाख रुपये और सारे कागजात भेजने को कहा। कृष्णमोहन ने डेढ़ लाख रुपये उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए। बाकी साढ़े सात लाख रुपये लेकर अभिषेक ने सी 302 अंसल नील पद्म कुंज गाजियाबाद कृष्ण मोहन को बुलाया। वहां पहुंचने पर सारा पैसा अपने पिता अजय श्रीवास्तव को दिलाने के बाद बोला कि जल्द ही नौकरी लग जाएगी। कुछ दिन बीतने के बाद अभिषेक को काल करने पर उसने फोन उठाना बंद कर दिया। फोन उठाता भी तो पैसा भूलने व जान से मारने की धमकी देता है।

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