यूपीपीएससी : गणित के विद्यार्थियों काे सामान्य ने उलझाया, 50 फीसद तक सवाल कइयों के छूट गए

ज्यादातर परीक्षार्थियोें को गणित से अधिक जीएस के प्रश्न कठिन लगा। खास तौर पर जीएस में भी इतिहास भूगोल व राजनीति विज्ञान से जुड़े प्रश्नों के विकल्प को लेकर तमाम परीक्षार्थी भ्रम में रहे। ऐसे में उन्हें सामान्य ज्ञान के 40 प्रश्नों को हल करने में घंटाभर लग गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 03:42 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 03:42 PM (IST)
यूपीपीएससी : गणित के विद्यार्थियों काे सामान्य ने उलझाया, 50 फीसद तक सवाल कइयों के छूट गए
सामान्य ज्ञान के 40 प्रश्नों को हल करने में घंटाभर लग गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। राजकीय इंटर कालेजों में प्रवक्ता पदों के लिए रविवार को आयोजित उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा-2020 में परीक्षार्थियों को सामान्य ने उलझाया। ज्यादातर परीक्षार्थियोें को गणित से अधिक जीएस के प्रश्न कठिन लगा। खास तौर पर जीएस में भी इतिहास, भूगोल व राजनीति विज्ञान से जुड़े प्रश्नों के विकल्प को लेकर तमाम परीक्षार्थी भ्रम में रहे। ऐसे में उन्हें सामान्य ज्ञान के 40 प्रश्नों को हल करने में एक घंटा से अधिक का समय लग गया। टाइम मैनजमेंट फेल होने के कारण तमाम परीक्षार्थियों को 50 फीसद सवाल छोड़ना पड़ गया।

परीक्षार्थियोें को दो घंटे में कुल 120 प्रश्नों का उत्तर देना था। इसमें सामान्य ज्ञान के 40 व गणित के 80 प्रश्न शामिल है। सभी बहुविकल्पीय प्रश्नों के चार विकल्प दिए गए थे। किसी एक सही विकल्प का उत्तर देना था। सभी प्रश्नों के अंक एक समान थे। परीक्षा में एक गलत सवाल पर एक-तिहाई अंक काटने का प्रावधान था। ऐसे में माइनस मार्किंग होने के कारण जिन प्रश्नों के उत्तर परीक्षार्थियोें को कोई संदेह था। उन्होंने उसे छोड़ दिया। साइंस के विद्यार्थी होने के कारण परीक्षार्थियों को गणित सरल लगा। हालांकि कुछ परीक्षार्थियों काे गणित का कैलकुलेशन कुछ टप लगा। फिर भी सामान्य ज्ञान की तुलना में गणित के सवाल आसान रहे।

महज 36.23 फीसद रही उपस्थिति : यूपीपीएससी की ओर से आयाोजित प्रारंभिक परीक्षा में नकल रोकने के लिए 31 सेक्टर मजिस्ट्रेट व 87 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं परीक्षा सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक हुई। जनपद के 87 केंद्रों पर करीब 40816 अअभ्यर्थी पंजीकृत थे। एडीएम-सिटी गुलाब चंद्र के मुताबिक परीक्षा में 14872 परीक्षार्थी शामिल हुए। जबकि 25944 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इस प्रकार परीक्षा में महज 36.23 फीसद ही परीक्षार्थियोें की उपस्थिति रही।

परीक्षार्थियाें में दिखी नाराजगी : यूपीपीएससी ने विषयवार अलग-अलग जनपदों में परीक्षा केंद्र निर्धारित किया था। जनपद में सिर्फ गणित प्रवक्ता के लिए परीक्षा आयोजित थी। इसके चलते सूबे के विभिन्न जनपदों के अभ्यर्थी वाराणसी में परीक्षा देने आए थे। दूसरे जनपदों से वाराणसी में परीक्षा देने वाले तमाम परीक्षार्थियों ने यूपीपीएससी की इस व्यवस्था पर नाराजगी भी जताई। खात तौर पर महिला अभ्यर्थियों में इसे लेकर रोष रहा।

परीक्षार्थियोें से बातचीत

‘‘यूपीपीएससी की परीक्षा में गणित का सवाल सामान्य रहे। गणित के 80 प्रश्नों में 60 का उत्तर दिया। वहीं सामान्य ज्ञान उलझाने वाला था। सामान्य ज्ञान के महज 20 प्रश्नाें का उत्तर दिया हूं। - संदीप सिंह पटेल, आजमगढ़

‘‘मैथ में कैलकुलेशन थोड़ा कठिन था। फिर भी सामान्य ज्ञान की तुलना में मुझे मैथ कठिन लगा। कुल 120 प्रश्नों से में 85 प्रश्नों का उत्तर दी हूं। कई प्रश्न माइनस मार्किंग की डर से छोड़ दी। -ललिता शुक्ला, प्रयागराज

‘‘सामान्य ज्ञान के प्रश्न वास्तव में कठिन थे। सामान्य ज्ञान के 40 प्रश्नों में से महज दस का ही उत्तर दी हूं। जबकि गणित में 80 प्रश्नों से से 76 सवाल हल की हूं। - पूजा गुप्ता, लखनऊ

‘‘यूपीपीएससी की परीक्षा की प्रवक्ता पद की परीक्षा में कुल 120 प्रश्न पूछे गए थे। इसमें से 76 प्रश्नों का ही उत्तर दिया हूं। सामान्य ज्ञान के चक्कर में टाइम मैनेजमेंट फेल हो गया। - गौरव शर्मा, शहंशाहपुर

chat bot
आपका साथी