चंदौली में प्रेरणा कैंटीन से प्रसूताओं को मिलेगा नाश्ता और भोजन, शहाबगंज पीएचसी से शुरुआत

प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संस्थागत प्रसव कराने वाली प्रसूताओं के लिए अच्छी खबर है। अब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से संचालित प्रेरणा कैंटीन से उनको पकापकाया भोजन मिलेगा। इसके साथ ही सुबह गरमागरम नाश्ता भी दिया जाएगा।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 06:05 AM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 06:05 AM (IST)
चंदौली में प्रेरणा कैंटीन से प्रसूताओं को मिलेगा नाश्ता और भोजन, शहाबगंज पीएचसी से शुरुआत
प्रेरणा कैंटीन से उनको पकापकाया भोजन मिलेगा। इसके साथ ही सुबह गरमागरम नाश्ता भी दिया जाएगा।

चंदौली, जेएनएन। प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संस्थागत प्रसव कराने वाली प्रसूताओं के लिए अच्छी खबर है। अब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से संचालित प्रेरणा कैंटीन से उनको पकापकाया भोजन मिलेगा। इसके साथ ही सुबह गरमागरम नाश्ता भी दिया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण ने यह पहल की है। नई व्यवस्था से तीमारदारों को सहूलियत होगी और घर से भोजन का प्रबंध करने से मुक्ति मिलेगी। फिलहाल इसकी शुरुआत शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से होगी। इसके बाद जनपद की अन्य पीएचसी व सीएचसी में इसे लागू किया जाएगा।

दरअसल, आकांक्षात्मक जनपद में शिशुओं पर कुपोषण का गहरा प्रभाव देखा जाता है। अधिकांश गर्भवती में भी एनीमिया के लक्षण पाए जाते हैं। इसके लिए अनेकों प्रयास व योजनाएं चलाकर इससे मुक्ति दिलाने में शासन-प्रशासन जुटा हुआ है। फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना इसकी ही एक कड़ी है। शासन ने प्रसूताओं को नाश्ता व भोजन देने की व्यवस्था कर रखी है। प्रसव के बाद 48 घंटे तक जच्चा-बच्चा अस्पताल में चिकित्सक की देखरेख में रहते हैं। इस दौरान उन्हें पौष्टिक आहार देना जरूरी होता है। निजी संस्था की ओर से नाश्ता व भोजन मुहैया कराया जाता है। इसमें बदलाव करने का निर्णय लिया गया है। ब्लाकों में संचालित कैंटीन से नाश्ता व भोजन मुहैया कराने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि समूह की महिलाओं को काम मिले। इससे कैंटीन की आमदनी में बढ़ोतरी तो होगी ही, आधी आबादी का आर्थिक स्तर भी सुधरेगा। सीडीओ ने खंड विकास अधिकारी धर्मजीत सिंह को डीसी एनएलआरएम से इसकी प्रक्रिया शीघ्र पूरी कराने के निर्देश दिए हैं।

स्वास्थ्यवर्धक होगा भोजन

कैंटीन से प्रसूताओं को दिए जाने वाला नाश्ता व भोजन की गुणवत्ता पूर्ण व स्वास्थ्यवर्धक होगा। इसकी निगरानी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी करेंगे। वैसे तो कैंटीन से चाय, पकौड़ा, बोतलबंद पानी, पनीर, मिष्ठान आदि की बिक्री की जाती है।

प्रति लाभार्थी मिलेगा सौ रुपये

कैंटीन संचालिका को सौ रुपये प्रति लाभार्थी की दर से भुगतान किया जाएगा। प्रसूताओं को सुबह नाश्ता, दोपहर में खाना व शाम को भोजन देना होगा। यह भोजन उन्हें कैंटीन की रसोई में ही तैयार करना होगा। नाश्ता व भोजन की आपूर्ति प्लास्टिक के बर्तन में नहीं की जाएगी।

बोले अधिकारी

समूह की महिलाओं को रोजगार देने के लिए शासन संजीदा है। इसके ²ष्टिगत यह पहल की गई है। शहाबगंज की कैंटीन से संस्थागत प्रसव के लिए पीएचसी में आने वाली महिलाओं को नाश्ता व भोजन देने के लिए व्यवस्था की शुरुआत होगी। इसके बाद जनपद के अन्य ब्लाकों की प्रेरणा कैंटीन से भोजन देने का प्रबंध कराया जाएगा।

-अजितेंद्र नारायण, मुख्य विकास अधिकारी 

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