चंदौली में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए खुलेगा मार्ट, प्रशिक्षण के लिए किसान भेजे जाएंगे हैदराबाद

धान के कटोरे में उपजे जैविक उत्पादों की बिक्री के लिए किसानों को अब भटकना नहीं होगा। जिले में पूर्वांचल के पहले जैविक मार्ट खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। जिला प्रशासन और कृषि विभाग ने इसकी रूपरेखा तैयार की है।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 06:40 AM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 06:40 AM (IST)
चंदौली में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए खुलेगा मार्ट, प्रशिक्षण के लिए किसान भेजे जाएंगे हैदराबाद
धान के कटोरे में उपजे जैविक उत्पादों की बिक्री के लिए किसानों को अब भटकना नहीं होगा।

चंदौली [जितेंद्र उपाध्याय]। धान के कटोरे में उपजे जैविक उत्पादों की बिक्री के लिए किसानों को अब भटकना नहीं होगा। जिले में पूर्वांचल के पहले जैविक मार्ट खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। जिला प्रशासन और कृषि विभाग ने इसकी रूपरेखा तैयार की है। यहां किसान आर्गेनिक विधि से उगाई गई सब्जी, अनाज और फल की बिक्री कर सकेंगे। 

सरकार जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत जिले में जैविक मार्ट खोलने की योजना बनाई गई है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए ज्यादा उत्पादन और वैज्ञानिक विधि से खेती करने को उन्हें वाराणसी, हरियाणा, पंजाब, हैदराबाद में प्रशिक्षण को भेजा जाएगा।

ब्लैक राइस व फोर्टीफाइड चावल के मामले में देश में जिले का नाम है। इससे किसानों को खासी आमदनी भी हो रही है। हर साल ब्लैक राइस का रकबा भी बढ़ रहा है। उद्योग धंधों की कमी के कारण किसानों को रोजगार से जोडऩे के लिए जिले में अब जैविक खेती जोर है। हालांकि यहां के कई किसान जैविक खेती में नाम कमा रहे हैं। दुर्गापुर सकलडीहा के उमेश श्रीवास्तव गेहूं, धान व सब्जियां उत्पादन करके जिले के आइकान बने हैं। वहीं काला चावल उत्पादन करने वाले पांच सौ किसान भी जैविक विधि से खेती कर रहे हैं।

जिला प्रशासन अब जैविक खेती को भी जिले का ब्रांड बनाने के लिए प्रयारसत है। किसानों को बाजार में इन उत्पादों की मांग, खासियत और दाम के बारे में भी बताया जा रहा। धान, गेहूं, दालों के अलावा किसानों को सब्जियों में मशरूम से लेकर आलू, मूली, पालक, बींस, परवल, गोभी, मटर, मिर्चा, टमाटर के साथ टिंडा, शिमला मिर्च, मशरूम, ब्रोकली की खेती से भी जोड़ा जाएगा।

फल उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा

सब्जियों के साथ किसानों को फल उत्पादन के लिए प्रेरित किया जा रहा। जिले में केला, स्ट्राबेेरी के साथ तरबूज, खरबूज, अमरूद, आम, बैर, पपीता के साथ अन्य औषधियों पौधों की खेती व्यापक पैमाने पर कराई जाएगी। 

पूर्वांचल में होगा पहला मार्ट

जैविक उत्पादों की बिक्री के लिए यह पहला मार्ट होगा जिसमें सारे खाद्य पदार्थ मौजूद रहेंगे। इसके लिए फिलहाल कृषि विज्ञान केंद्र परिसर और कृषि विभाग की जमीन चिन्हित की गई है। वहीं ऐसा स्थान भी देखा जा रहा जहां भीड़ भाड़ के साथ बड़ा बाजार हो ताकि उत्पादों की अच्छी बिक्री हो सके। 

बोले अधिकारी

किसानों की आय बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन व कृषि विभाग के समन्वय से मार्ट तैयार करने की योजना है। इसका प्रस्ताव शासन को भी भेजा गया है। ज्यादा से ज्यादा जैविक उत्पाद हों इसके लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। -राजीव कुमार भारती, उप निदेशक कृषि।  

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