वाराणसी के बाजार से कोरोना की कई दवाएं गायब, दवा कारोबारियों ने कंपनियों को भेजे आडॅर

काेरोना के उपचार में उपयोग की जाने वाली कुछ जरूरी दवाएं इन दिनों बाजार से गायब हो गई है। इसमें एंटी बायोटिक डॉक्सी साइक्लिन शामिल हैं। आइवर मेक्टिन की भी बाजार में कमी आ गई है। खपत बढ़ने एवं आपूर्ति होने के कारण कालाबाजारी का भी खतरा बढ़ गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:10 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 01:42 PM (IST)
वाराणसी के बाजार से कोरोना की कई दवाएं गायब, दवा कारोबारियों ने कंपनियों को भेजे आडॅर
खपत बढ़ने एवं आपूर्ति होने के कारण कालाबाजारी का भी खतरा बढ़ गया है।

वाराणासी, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण उन दवाओं की भी मारामारी हो गई है जो पहले बहुत ही कम बिकती थी। यही कारण हैं कि काेरोना के उपचार में उपयोग की जाने वाली कुछ जरूरी दवाएं इन दिनों बाजार से गायब हो गई है। इसमें एंटी बायोटिक डॉक्सी साइक्लिन शामिल हैं। वहीं आइवर मेक्टिन की भी बाजार में कमी आ गई है। खपत बढ़ने एवं आपूर्ति होने के कारण कालाबाजारी का भी खतरा बढ़ गया है। इसका लाभ फुटकर दुकानदार उठा रहे हैं। महंगे दामों वाले पत्ते थमा रहे हैं।

कोरोना का संकट सबसे अधिक महाराष्ट्र, नई दिल्ली एवं अन्य महानगरों में है। कई जगह तो लॉकडाउन भी लगा हैं, जहां दवाओं की प्रमुख कंपनियां हैं। हालांकि कोरोना काल में दवा उत्पादन की कंपनियां तो चल रही हैं, लेकिन कर्मचारियों की बहुत कमी हो गई है। इसके कारण उत्पादन एवं आपूर्ति पर असर पड़ा है। जो दवाएं कई कंपनियां बनाती हैं उसकी तो हालांकि कमी नहीं हैं, लेकिन जिन दवाओं का उत्पादन कुछ कंपनियां ही करती हैं उसकी भारी कमी आ गई है। कारण के उनके पास भी साल्ट की कमी और कर्मचारियों की कमी है। बताया जा रहा है कि ये कंपनियां सामान्य तौर पर उत्पादन तो कर रही हैं लेकिन अचानक बढ़ी मांग के कारण आपूर्ति में भारी अंतर आ गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज खन्ना बताते हैं कि पैरासिटामाल की बाजार में कमी नहीं हैं, क्योंकि यह दवा तमाम कंपनियां बनाती है। साथ ही यह जेनेरिक में भी है। वहीं अगर डॉक्सी साइक्लिन की बात की जाएं तो फिलहाल उपलब्धता नहीं है। इसके तत्काल अापूर्ति के लिए कंपनियों के पास आर्डर भेजा गया है। वहीं आइवरमेक्टिन की उपलब्धता कम है। ऐसे में जल्द ही इसकी भी आपूर्ति नहीं हुई तो बाजार से इसकी भी अनुपलब्धता हो जाएगी।

दवाएं एमआरपी थोक भाव

पैरासिटामाल -650 एमजी 30.74 21.05

डॉक्सी साइक्लिन 95.25 71.65

आइवर मेक्टिन-12 एमजी 149.00 92.00

नोट : थोक भाव दुकानदारों के लिए हैं। पैरासिटामाल 15 टैबलेट, डॉक्सी साइक्लिन का भाव 10 कैप्सूल व आइवर मेक्टिन का भाव चार टैबलेट के पैक का।

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