भरण-पोषण भत्ता : एक हजार पाना है तो वाराणसी नगर निगम में भरें फार्म, रजिस्ट्रेशन कराने वालों को मिलेगा लाभ
बनारस जिले के शहरी क्षेत्र में कुल 42070 फेरी-पटरी व्यवसाईयों का रजिस्ट्रेशन हैं जिसमें वाराणसी नगर निगम में 40500 रामनगर नगर पालिका में 1400 व गंगापुर नगर पंचायत में 170 हैं। इसके अलावा करीब 1700 रिक्शा 1550 ट्राली (सगड़ी) व 918 नाविकों ने भी नगर निगम में रजिस्ट्रेशन कराया है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना महामारी से प्रभावित गरीबों के लिए प्रदेश सरकार ने एक हजार भरण-पोषण भत्ता देने की घोषणा की है। इसी क्रम में कोरोना से उत्पन्न हो रही परिस्थितयों में गरीबों और जरूरतमंदों को राहत देने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने महापौर मृदुला जायसवाल को जरूरी निर्देश दिए हैं। जरूरतमंदों तक सरकार की योजना का लाभ पहुंचे, यह जिम्मेदारी सौंपी है।
दो दिन पूर्व आये सीएम के इस निर्देश के बाद महापौर ने नगर आयुक्त गौरांग राठी को निर्देश दिया है कि नगर निगम मुख्यालय के अलावा सभी पांचों जोन में भरण-पोषण भत्ता का फार्म भरवाया जाए। उन्होंने सभी लोगों तक सरकार की योजना को सुनिश्चित करने के लिए फार्म को सरल व हिंदी में भरवाने का निर्देश दिया है ताकि सभी आसानी से उसे बिना किसी अन्य के सहयोग लिए भर सकें। दरअसल, शहरी क्षेत्र में दैनिक रूप से ठेला, खोमचा, रेहड़ी लगाने वाले पटरी दुकानदारों, रिक्शा चालक, पल्लेदारों, नाविकों, धोबी, मोची, हलवाई के अलावा दिहाड़ी मजदूरों को सूबे की सरकार ने एक माह का भरण-पोषण भत्ता एक हजार रुपये देने का निर्णय लिया है। बता दें कि बनारस जिले के शहरी क्षेत्र में कुल 42070 फेरी-पटरी व्यवसाईयों का रजिस्ट्रेशन हैं जिसमें वाराणसी नगर निगम में 40500, रामनगर नगर पालिका में 1400 व गंगापुर नगर पंचायत में 170 हैं। इसके अलावा करीब 1700 रिक्शा, 1550 ट्राली (सगड़ी) व 918 नाविकों ने भी नगर निगम में रजिस्ट्रेशन कराया है।