बलिया में मुख्य आरोपी पहुंची एसपी के पास, कहा- 'शादी का झांसा देकर छ: साल किया शारीरिक शोषण'
एयरफोर्स जवान से उसके छ साल से संबंध हैं। 2016 में उसकी शादी हुई तो वह इस संबंध से पीछा छुड़ाना चाही किंतु एयरफोर्स जवान ने उसके संबंधों की जानकारी देवरिया निवासी उसके शौहर को दे दी। जिसके बाद उसके शौहर ने 16 जनवरी 2017 को मायके पहुंचा दिया।
बलिया, जागरण संवाददाता। मोलनापुर निवासी एयरफोर्स जवान के हनी ट्रैप मामले में मुख्य आरोपी युवती भी बलिया एसपी दरबार पहुंच गई है और लिखित गुहार लगाते हुए मामले में कई राज खोले है। हालांकि, हकीकत क्या है, यह तो तहकीकता के बाद स्पष्ट हो सकेगा किंतु मुख्य आरोपी के लिखित शिकायत करने के बाद पुलिस के समक्ष यह मामला अब पेचीदा हो गया है। मुख्य आरोपित ने मामले में मुकदमा दर्ज होने के करीब छ: दिन बाद एसपी को लिखित शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
युवती ने पिछले छ: साल से शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने और शादी के बाद उसके शौहर तक से संबंध खराब कराने का अरोप लगाया है। युवती ने मामले में काॅल डिटेल्स खंगालवाने और नारको टेस्ट कराने तक की मांग की है। बताया कि एयरफोर्स जवान से उसके छ: साल से संबंध हैं। 2016 में उसकी शादी हुई तो वह इस संबंध से पीछा छुड़ाना चाही किंतु एयरफोर्स जवान ने उसके संबंधों की जानकारी देवरिया निवासी उसके शौहर को दे दी। जिसके बाद उसके शौहर ने 16 जनवरी 2017 को मायके पहुंचा दिया। वह लगभग तीन माह ही अपने ससुराल रह पाई। मायके आने के बाद फिर से खर्च देने और शादी करने का झांसा देकर एयरफोर्स जवान ने शारीरिक शोषण किया।
बताया कि इस बीच पीछा करते हुए 2019 में वह प्रयागराज बहन के यहां भी पहुंच गया और अपनी मनमानी की। आशिक मिजाज एयरफोर्स जवान गांव की एक अन्य लड़की से भी अपना संबंध बनवाने में सहयोग के लिए दबाव देने लगा। जिसका विरोध करने के बाद से ही लगातार परेशान करता रहा है। उसने पूरे परिवार को बर्बाद करने की धमकी भी दी। लोकलाज और गरीबी के कारण वह हर बार चुप रही किंतु अब उसके भाई और बहन भी गांव में पूरे परिवार को धमकी दे रहे हैं। मुख्य आरोपी द्वारा एयरफोर्स जवान पर ही गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद से पूरा मामला पेचीदा हो गया है।
पुलिस की तफ्तीश अब तक किसी भी दिशा में आगे नहीं बढ़ सकी है। मोलनापुर गांव निवासी धर्मेंद्र राजभर एयरफोर्स चार विंग पश्चिम बंगाल कलाईकुंडा में कारपोरल पद पर कार्यरत है। जिन्होंने कई डाक्टरों समेत अपने गांव के करीब 20 नामजद लोगों पर गिरोह बनाकर हनी ट्रैप करने और करीब 12.5 लाख रुपए की धनउगाही करने का आरोप लगाया है। इस ब्लैकमेलिंग में पीड़ित ने करीब 20 लाख रुपए के कर्जदार होने की बात स्वीकारी है और पूरे मामले में न्याय की गुहार लगाई है। मामले में उभांव थाना पुलिस ने छह अक्टूबर को संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिसकी जांच की जा रही है। पीड़ित के 20 अक्टूबर के बाद वापस लौटने की उम्मीद जताई जा रही है।
गवाह बनने से इंकार करने पर लगा दिया साजिशकर्ता होने का आरोप : हनी ट्रैप मामले में मुख्य आरोपी के साजिश में शामिल होने का आरोप लगने को पूरी तरह फर्जी बताते हुए दूसरे अरोपी युवती ने भी एसपी को लिखित शिकायती पत्र देकर पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। कहा कि मामले में उसे दूसरे पक्ष द्वारा लगातार पैसे के लेनेदेन की गवाह बनने का दबाव दिया जाता रहा है। जिससे इंकार करने पर उसने मामले में झूठा फंसा दिया है। अपने पुत्र, पुत्री समेत मामले में आरोपी बनाए जाने पर पिता बांकेलाल राजभर ने भी गवाह से इंकार करने पर मामले में फंसाने की बात कही। गांव निवासी एक अन्य अविवाहिता युवती ने भी गवाही से इंकार किए जाने के कारण मामले में घसीटे जाने का अरोप लगाया है।