महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में हर विषय की एक ही पेपर की हाेंगी परीक्षाएं

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक (यूजी) द्वितीय व तृतीय खंड तथा स्नातकोत्तर (पीजी) प्रथम व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 जुलाई से तीन पालियों में होगी। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार परीक्षा व प्रश्नपत्रों के स्वरूप में भी परिवर्तन किया गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:12 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:12 PM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में हर विषय की एक ही पेपर की हाेंगी परीक्षाएं
कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार परीक्षा व प्रश्नपत्रों के स्वरूप में भी परिवर्तन किया गया है।

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक (यूजी) द्वितीय व तृतीय खंड तथा स्नातकोत्तर (पीजी) प्रथम व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 जुलाई से तीन पालियों में होगी। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार परीक्षा व प्रश्नपत्रों के स्वरूप में भी परिवर्तन किया गया है। इसके तहत इस वर्ष हर विषय की एक ही पेपर की परीक्षाएं हाेंगी ताकि परीक्षाएं 15 दिनों के भीतर पूरी कर ली जाय।

पहले बीएससी में नौ पेपर होता था। अब बीएससी के छात्रों को फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ की एक-एक पेपर की परीक्षा देनी होगी। इसी प्रकार बीए में इतिहास, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र सहित अन्य विषयों की भी एक पेपर होगा। परीक्षाएं तीन घंटे के स्थान पर डेढ़ घंटे की होगी। परीक्षा में अधिकतम 200 शब्दाें के लघुउत्तरीय व अधिकतम 400 शब्दों के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे।

कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने सभी विभागाध्यक्षों से डेढ़ घंटे के अनुसार प्रश्नपत्रों का प्रारूप बनाने का निर्देश दिया था ताकि इसके आधार पर सभी स्नातक व स्नातकोत्तर का प्रश्नपत्र बनाया जा सके। कुलपति के निर्देश पर हेड व डीन प्रश्नपत्रों के प्रारूप को लेकर मंथन शुरू कर दिए हैं। नए प्रारूप के आधार पर दस दिनों के भीतर पेपर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं राष्ट्रगौरव एवं पर्यावरण की परीक्षा ओएमआर शीट पर कराई जाएगी।

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