महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए होगी स्पेशल परीक्षा, दस दिसंबर तक का मौका

शासन की गाइड लाइन के अनुसार महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने कोरोना संक्रमण से प्रभावित स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए स्पेशल परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसमें स्नातक द्वितीय तृतीय व अंतिम खंड के छूटे हुए परीक्षार्थी भी शामिल हो सकते हैं

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 12:55 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 12:55 PM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए होगी स्पेशल परीक्षा, दस दिसंबर तक का मौका
विद्यापीठ प्रशासन ने परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि दस दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : शासन की गाइड लाइन के अनुसार महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने कोरोना संक्रमण से प्रभावित स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए स्पेशल परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसमें स्नातक द्वितीय, तृतीय व अंतिम खंड के छूटे हुए परीक्षार्थी भी शामिल हो सकते हैं। वहीं छात्रहित में विद्यापीठ प्रशासन ने परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि दस दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी है।

दरअसल विश्वविद्यालय की वेबसाइट में गड़बड़ी के चलते तमाम परीक्षार्थी अब तक आवेदन नहीं कर सके थे। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने संस्थागत व व्यक्तिगत छात्रों को आनलाइन आवेदन करने का एक मौका दे दिया है। इसमें बैक, अंक सुधार व श्रेणी सुधार की परीक्षा के लिए आवेदन किया जा सकता है। कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय के मुताबिक व्यक्तिगत परीक्षार्थी आनलाइन परीक्षा शुल्क 11 दिसंबर तक जमा कर सकते हैं। वहीं आवेदन की हार्ड कापी 12 दिसंबर तक डाउनलोड किया जा सकता है। संकाय, विभाग या संबंधित महाविद्यालयों में आवेदन की हार्ड कापी जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर निर्धारित की गई है।

इसी माह के अंतिम सप्ताह में होगी मिड-टर्म परीक्षा

नई शिक्षा नीति के तहत महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने वर्तमान सत्र से ही स्नातक स्तर पर मिड-टर्म परीक्षा (टेस्ट) कराने का निर्णय लिया है। यही नहीं वाराणसी सहित पांच जिलों के सभी संबद्ध कालेजों को भी इसी माह के अंतिम सप्ताह तक मिड-टर्म कराने का निर्देश दिया गया है।

मिड टर्म (आंतरिक) परीक्षा के लिए नियमावली भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। इसके तहत प्रत्येक प्रश्नपत्र में अब 25 अंक मिड टर्म यानी आंतरिक परीक्षा व सेमेस्टर परीक्षा 75 अंकों की होगी। परीक्षा नियंत्रक डा. सुनीता पांडेय ने बताया कि यह नियम वोकेशनल व को-कैरीकुलम में भी लागू है। वहीं मिड टर्म परीक्षा में परीक्षार्थियों को न्यूनतम 40 फीसद व अधिकतम 80 फीसद अंक दिए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि मिड टर्म की परीक्षा में छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। इसमें अनुपस्थित छात्रों को सेमेस्टर परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी। वहीं सभी संबद्ध कालेजों को मिड-टर्म परीक्षा का अंक विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।

अंकों का विभाजन इस प्रकार किया गया है

बहु विकल्पीय प्रश्नों पर आधारित होंगे दो टेस्ट, एक टेस्ट में उपस्थिति होगी अनिवार्य।

05 अंक टेस्ट पर

05 अंक प्रजेंटेशन पर

05 अंक क्लास में उपस्थिति व अन्य शैक्षिक गतिविधियों पर

10 अंक प्रोजेक्ट रिपोर्ट, सेमिनार, राइटिंग स्कील, केस स्टडी एसाइमेंट पर

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