महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : छात्रसंघ चुनाव दिसंबर के द्वितीय सप्ताह तक, परिसर में प्रचार-प्रसार हुआ तेज

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन दिसंबर के द्वितीय सप्ताह तक छात्रसंघ चुनाव कराने पर गंभीरता से विचार कर रही है।इस क्रम दो दिनों के भीतर चुनाव अधिकारी की नियुक्ति होने की संभावना जताई जा रही है। चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्रनेता विश्वविद्यालय प्रशासन पर दबाव बनाए हुए हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 10:39 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 10:39 PM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : छात्रसंघ चुनाव दिसंबर के द्वितीय सप्ताह तक, परिसर में प्रचार-प्रसार हुआ तेज
छात्रसंघ चुनाव दिसंबर के द्वितीय सप्ताह तक

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन दिसंबर के द्वितीय सप्ताह तक छात्रसंघ चुनाव कराने पर गंभीरता से विचार कर रही है।इस क्रम दो दिनों के भीतर चुनाव अधिकारी की नियुक्ति होने की संभावना जताई जा रही है।

छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्रनेता विश्वविद्यालय प्रशासन पर दबाव बनाए हुए हैं। छात्रों ने इस संबंध गत दिनों कुलपति व चीफ प्राक्टर को एक पत्रक भी दिया था। वहीं चीफ प्राक्टर ने दाखिले की प्रक्रिया पूर्ण होते चुनाव अधिकारी नियुक्त होने का आश्वासन दिए थे। स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अब दाखिला लगभग पूर्ण हो चुका है। विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुछ पेड सीट रिक्त है। इन सीटों पर भी इसी माह में दाखिला पूर्ण होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं चुनाव अधिकारी का नाम भी लगभग तय कर लिया लिया है। ऐसे में 26 नवंबर को भी चुनाव अधिकारी की नियुक्ति का आदेश जारी हो सकता है। वहीं प्रस्तावित दस दिसंबर को दीक्षा समारोह न होने की स्थिति में छात्रसंघ चुनाव दस दिसंबर से पहले भी कराया जा सकता है। हालांकि जिला प्रशासन की स्वीकृति मिलने के बाद ही अधिसूचना जारी की जाएगी। वहीं इसकी भनक लगते ही छात्रनेताओं ने प्रचार-प्रसार तेज कर दिया है। छात्रनेताओं की सक्रियता से परिसर में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है।

विधि के छात्रों ने चीफ प्राक्टर को घेरा

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों ने बीए-एलएलबी की भांति एलएलबी की परीक्षाएं भी एक घंटे की कराने की मांग की है। यही नहीं इसे लेकर छात्रों ने गुरुवार को चीफ प्राक्टर को घेर लिया। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए चीफ प्राक्टर ने एलएलबी की भी परीक्षाएं एक घंटे का ही करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद छात्रों का गुस्सा शांत हुआ। गत दिनों विधि परीक्षा का टाइम टेबल जारी होते ही बीए-एलएलबी के छात्रों ने हंगामा कर दिया। छात्रों ने बीए-एलएलबी की परीक्षा डेढ़ घंटे के स्थान पर एक घंटे का कराने के लिए अड़ गए। छात्रों के दबाव में विद्यापीठ प्रशासन ने बीए-एलएलबी की परीक्षा एक घंटे की कर दी है। इसे देखते हुए अब एलएलबी के छात्रों ने भी दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इस क्रम में करीब दो दर्जन छात्र चीफ प्राक्टर कार्यालय पर घुस आए और नारेबाजी करने लगे। इसे देखते हुए चीफ प्राक्टर प्रो. निरंजन सहाय ने तत्काल कुलपति व विधि विभागाध्यक्ष से वार्ता की। वार्ता के बाद उन्होंने एलएलबी की परीक्षाएं भी एक घंटे का करवाने का आश्वासन दिया।

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