महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : नोकझोंक और हंगामे के बीच हुई काउंसिलिंग, आधे घंटे तक प्रभावित रहा कामकाज

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुरुवार को नोकझोंक व हंगामे के बीच स्नातक व डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रमों में दाखिले की काउंसिलिंग हुई। छात्र जाति आय सहित प्रमाणपत्र अपलोड करने का एक मौका और देने की मांग को अड़ गए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:17 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:17 PM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : नोकझोंक और हंगामे के बीच हुई काउंसिलिंग, आधे घंटे तक प्रभावित रहा कामकाज
काशी विद्यापीठ में नोकझोंक व हंगामे के बीच स्नातक व डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रमों में दाखिले की काउंसिलिंग हुई।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुरुवार को नोकझोंक व हंगामे के बीच स्नातक व डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रमों में दाखिले की काउंसिलिंग हुई। छात्र जाति आय सहित प्रमाणपत्र अपलोड करने का एक मौका और देने की मांग को अड़ गए। छात्रों के नारेबाजी व हंगामा से करीब आधे घंटे तक काउंसिलिंग की प्रक्रिया बाधित रही। अंतत: प्रवेश सेल के संयोजक डा. बंशीधर पांडेय के आश्वासन के बाद छात्रों का गुस्सा शांत हुआ।

दूसरी ओर छात्रों के दबाव में विद्यापीठ प्रशासन ने 22 अक्टूबर से स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रमों में होने वाली काउंसिलिंग अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया है। यहीं नहीं स्नातक अंतिम खंड की परीक्षा की कापियों में मूल्यांकन की गड़बड़ी के छात्रों के आरोप भी कुलपति ने चार दिनों के भीतर निस्तारित कराने का आश्वासन दिया है। इस संबंध में चीफ प्राक्टर प्रो. निरंजन सहाय ने छात्रों को लिखित रूप से भी आश्वासन दिया। इसके बाद छात्रों ने धरना स्थगित कर दिया। बहरहाल छात्रों के बढ़ते हस्तक्षेप से दाखिले की प्रक्रिया में विलंब होने की संभावना जताई जा रही है।

अब कालेजों के माध्यम से ही आवेदन पर विचार

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन अब संबद्ध कालेजों के छात्रों की आवेदन अब सीधे नहीं स्वीकार करेगा। इसके स्थान पर छात्रों को कालेजों के माध्यम से आवेदन करने का निर्देश दिया गया है। इस संबंध में जारी आदेश में संबद्ध कालेजों को अधिकृत प्रतिनिधि के माध्यम से छात्रों की समस्याओं का आवेदन देने का निर्देश दिया गया है।

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