महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पत्रकारिता पर मंथन, फेक न्‍यूज से भ्रम पर लोगों में परिचर्चा

कोरोना महामारी के दौरान रिपोर्टिंग कर पत्रकारों ने अदम्य साहस परिचय दिया। इस दौरान कुछ नकारात्मक प्रवृत्ति व फेक न्यूज भी देखने को मिला। फेक न्यूज से समाज में भ्रम फैल रहा है। इस पर लगाम लगाने की जरूरत है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 31 May 2021 10:56 PM (IST) Updated:Mon, 31 May 2021 10:56 PM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पत्रकारिता पर मंथन, फेक न्‍यूज से भ्रम पर लोगों में परिचर्चा
फेक न्यूज से समाज में भ्रम फैल रहा है, इस पर लगाम लगाने की जरूरत है।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौरान रिपोर्टिंग कर पत्रकारों ने अदम्य साहस परिचय दिया। इस दौरान कुछ नकारात्मक प्रवृत्ति व फेक न्यूज भी देखने को मिला। फेक न्यूज से समाज में भ्रम फैल रहा है। इस पर लगाम लगाने की जरूरत है। इसके लिए एक मॉडल तैयार होना चाहिए ताकि इस तरह की न्यूज को समाज तक न पहुंच सके। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की ओर आयोजित दो दिवसीय ‘हिंदी पत्रकारिता की प्रवृत्तियां : अतीत से वर्तमान तक'' विषयक वेबिनार का यह निष्कर्ष रहा।

सोमवार को समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि मीडिया अध्ययन संकाय, गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (हिसार) के वरिष्ठ प्रो. मनोज दयाल ने कहा कि उदारीकरण के बाद पत्रकारिता में बहुत बदलाव आया है। न्यू मीडिया का प्रचलन बढ़ा है। न्यू मीडिया और पत्रकारिता दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। हालांकि हिंदी पत्रकारिता में आत्मतीयता, भावनात्मकता, भारतीयता एवं राष्ट्रीयता है। इसकी संभावनाएं अनंत है। मुख्य वक्ता पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, गुजरात विद्यापीठ के पूर्व अध्यक्ष प्रो. विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता में हमारे पूर्वजों का बहुत बड़ा योगदान है। इधर हिंदी पत्रकारिता में विकृतियां भी आई हैं। इसे दूर करने की जरूरत है।

विशिष्ट अतिथि वोकेशनल एजुकेशन विभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (अमरकंटक) के अध्यक्ष प्रो. राघवेंद्र मिश्र ने कहा कि वर्तमान में जिस तरह से डिजिटल हिंदी पत्रकारिता का प्रचलन बढ़ रहा है। इससे भविष्य में हिंदी पत्रकारिता के बढ़ने की और अधिक संभावनाएं हैं। अध्यक्षता जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय (बलिया) के पूर्व कुलपति व इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो योगेंद्र सिंह, स्वागत विभाग के प्रभारी डा. विनोद कुमार सिंह, संचालन डा. प्रदीप कुमार व धन्यवाद प्रकाश डॉ अरुण शर्मा ने किया।

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