Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth : चरणबद्ध तरीके से होंगी दाखिले की परीक्षाएं, कई कोर्स में मेरिट से दाखिला
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक स्नातकोत्तर व्यावसायिक एमफिल डिप्लोमा के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले की परीक्षाएं चरणबद्ध तरीके से कराने का निर्णय लिया है। वहीं 27 पाठ्यक्रमों सीट में कम आवेदन आए हैं। प्रवेश पत्र 30 सितंबर को वेबसाइट पर अपलोड होगा।
वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक, स्नातकोत्तर, व्यावसायिक, एमफिल, डिप्लोमा के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले की परीक्षाएं चरणबद्ध तरीके से कराने का निर्णय लिया है। इस क्रम में बीए, बीकाम (आनर्स), बीए-एलएलबी की प्रवेश परीक्षा चार अक्टूबर को होगी। इन तीनों पाठ्यक्रमों में करीब 11000 अभ्यर्थी शामिल होंगे। प्रवेश पत्र 30 सितंबर को वेबसाइट पर अपलोड होगा।
विद्यापीठ के स्नातक, स्नातकोत्तर, व्यावसायिक, एमफिल, डिप्लोमा के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले करीब 31000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। वहीं 27 पाठ्यक्रमों सीट के सापेक्ष दोगुने से कम आवेदन आए हैं। नियमानुसार इन पाठ्यक्रमों में मेरिट से दाखिला होने की संभावना है। वहीं 32 पाठ्यक्रमों में आवेदकों की संख्या सीट के सापेक्ष कई गुना अधिक है। इसमें बीए, बीकाम, बीएससी मैथ, एमकाम, विधि, एमएसडब्ल्यू सहित कई पाठ्यक्रम हैं। इन पाठ्यक्रमों में ही अब प्रवेश परीक्षाएं कराई जाएंगी। कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने बताया कि स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं स्नातक अंतिम खंड का परिणाम घोषित होने के बाद कराया जाएगा। कहा कि स्नातक अंतिम खंड की परीक्षाएं 28 सितंबर तक चलेंगी। वहीं स्नातकोत्तर सेमेस्टर की परीक्षाएं 25 सितंबर से शुरू हो रही है। सेमेस्टर परीक्षाएं आठ अक्टूबर को समाप्त हो रहीं हैं। इसे देखते हुए बीच-बीच में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों प्रवेश परीक्षा कराई जाएंगी।
शास्त्री-आचार्य, बीएड सहित अन्य पाठयक्रमों की परीक्षाएं आज से
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने 22 सितंबर से होने वाली शास्त्री (स्नातक) तृतीय खंड व आचार्य (स्नातकोत्तर) चतुर्थ सेमेस्टर, बीएड सहित अन्य व्यावसायिक पाठयक्रमों की परीक्षाओं की तैयारी पूरी कर लेने का दावा किया है। वहीं संबद्ध बीएड कालेजों के छात्रों की भी परीक्षा विश्वविद्यालय केंद्र पर ही हो रही है। ऐसे में दिल्ली, अमेठी, प्रयागराज, जौनपुर व आजमगढ़ से तमाम छात्र सोमवार को ही बनारस आ गए हैं। वहीं संबद्ध कालेजों के छात्रों के लिए छात्रावास न खोलने केे कारण गैर जनपदों से आने वाले छात्र देरशाम पर होटल, लॉज के लिए भटकते रहे।