चंदौली में आधार कार्ड बनवाने के लिए सुबह से लग रही लंबी कतार, किशोरी हुई बेहोश
आधार कार्ड बनवाने और संशोधन आदि के लिए इन दिनों लोगों की भारी भीड़ केंद्रों पर उमड़ रही है। आलम यह है कि आधार कार्ड के लिए लोग पौ फटने से पहले ही बैंक और डाक घर के मुख्य दरवाजे पर कतार बद्ध हो जा रहे हैं।
चंदौली, जेएनएन। आधार कार्ड बनवाने और संशोधन आदि के लिए इन दिनों लोगों की भारी भीड़ केंद्रों पर उमड़ रही है। आलम यह है कि आधार कार्ड के लिए लोग पौ फटने से पहले ही बैंक और डाक घर के मुख्य दरवाजे पर कतार बद्ध हो जा रहे हैं। गुरुवार को चकिया नगर स्थित यूबीआइ के सामने कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां सुबह होते ही करीब 40 से 50 लोगों की भीड़ बैंक गेट के सामने जुट गई। इसी भीड़ में देर तक खड़ी विजयपुरवा गांव की किशोरी पायल (17) अचानक गश खाकर गिर पड़ी। इससे अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
वहीं सुबह किशोरी के बेहोश होने के बाद उसके साथ आई सहेलियां चीखने चिल्लाने लगीं। उसकी सहलियां पास स्थित दुकान पर उसे ले गईं। पानी का छिड़काव करने पर उसे थोड़ी देर के बाद होश आया। लोगों का कहना था कि सरकार यदि सहज जन सेवा केंद्रों, ब्लॉकों व अन्य स्थानों पर आधार कार्ड बनाए जाने की सुविधा मुहैया करा दे तो भीड़ स्वाभाविक रूप से कम हो जाएगी। सुबह लगने वाली लंबी कतारें भी नहीं दिखलाई पड़ेंगी।
दरअसल लॉकडाउन के दौरान लोग आनन फानन अपने घरों की ओर लौटे तो किसी के पास आधर कार्ड नहीं था तो किसी को नए सिरे से आधार की अन्य सरकारी कार्यों के लिए जरूरत महसूस हुई। अनलॉक घोषित होने के बाद से ही लोगों के रुके कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए आधार कार्ड की जरूरत को देखते हुए केंद्रों पर भीड़ लगने लगी। वहीं स्कूल कालेजों और बैंक खातों को लेकर भी आधार कार्ड की वजह से युवाओं से अब सत्र शुरू होने से आधार कार्ड की डिमांड हुई तो केंद्रों पर उनकी भी भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ के सापेक्ष कार्य न होने की वजह से भी लोगों को समस्या झेलनी पड़ रही है। लोगों की मांग है किआधार कार्ड की जरूरत के सापेक्ष केंद्रों पर कार्ड बनें इसकी व्यवस्था भी हो ताकि कोरोना संक्रमण काल में भीड़ न लगे।