जौनपुर जिले में अब कोविड अस्पतालों में लगा ताला, तीसरी लहर की तैयारी में जुटे चिकित्सक
दो माह तक तबाही मचाने वाली वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर थमने लगी है। एक भी मरीज न होने के कारण जिले के सरकारी कोविड अस्पतालों को बंद कर दिया गया है। प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ अब नहीं है। या है।
जौनपुर, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार थम गई है। एक भी मरीज के न होने से सभी एल-1 व एल-2 अस्पतालों में ताला लग गया है। इसे लेकर दो माह तक अफरा-तफरी मची रही। स्वास्थ्य विभाग अब तीसरी लहर की तैयारी और टीकाकरण में जुट गया है। सबसे अधिक ध्यान बच्चों के उपचार के संसाधनों को व्यवस्थित करने पर है। प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की अब भीड़ नहीं है। अधिकांश संक्रमित होम आइसोलेशन में उपचार करा रहे हैं।
मार्च के अंतिम सप्ताह में जिले में दूसरी लहर का असर दिखने लगा था। देखते ही देखते अप्रैल में स्थिति भयावह हो गई। शहर से लेकर गांवों तक उपचार, आक्सीजन और उपचार के लिए अफरा-तफरी मच गई। शासन-प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता का परिणाम है कि इस समय मरीजों की संख्या काफी कम और रिकवरी दर ने रफ्तार पकड़ ली है। जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 5400 से घटकर सौ से कम हो गई है। इतना ही नहीं गंभीर मरीज भी दस से कम बचे हैं। अधिकांश मरीजों के होम आइसोलेशन में रहने के कारण सभी तीन एल-2 व दो एल-1 अस्पतालों को बंद कर दिया गया है।
जनपद में कोरोना संक्रमण की स्थिति
कुल संक्रमित मरीज: 22466
अब तक स्वस्थ हुए मरीज: 22140
कोरोना से हुई मौत: 230
सक्रिय मरीज: 97
अब तक हुई जांच: 383522
नए पाजिटिव मरीज व रिकवरी दर
तिथि- नए केस- रिकवरी दर
10 जून- 13- 98.01
11 जून- 07- 98.24
12 जून- 12-98.30
13 जून- 05- 98.44
14 जून- 07-98.54
15 जून-05-98.56
16 जून-14-98.55
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25 तक तैयार हो जाएगा पीकू वार्ड
कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी तेज कर दी गई है। आक्सीजन, दवाओं व अन्य संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्था के साथ ही बच्चों के उपचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिला महिला अस्पताल के एमसीएच विंग स्थित एल-2 अस्पताल में 40 बेड का पीकू वार्ड तैयार किया जा रहा है। इसमें आइसीयू के 20 बेड व 20 बेड पर सेंट्रल आक्सीजन की व्यवस्था है। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत, बदलापुर, शाहगंज व सतहरिया में 12-12 बेड बच्चों के लिए बनाए जा रहे हैं। इन अस्पतालों में दो-दो पीडियाट्रिक आइसीयू बेड होंगे। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि 25 जून तक सभी पीकू वार्ड तैयार हो जाएंगे।
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‘डेल्टा प्लस’ को लेकर बढ़ी सतर्कता
महामारी वैज्ञानिक डाक्टर जिया उल हक ने बताया कि कोरोना वायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है। अब इस वायरस का नया वेरिएंट मिला है, जिसे ''''डेल्टा प्लस'''' या ''''एवाई-1'''' नाम दिया गया है। यह कोरोना के ''डेल्टा'' वेरिएंट से बना है, जिससे बहुत ज्यादा संक्रमण बढ़ा था। स्वास्थ्य विभाग इस वेरिएंट को लेकर सतर्क हो गया है। बाहर से आने वाले लोगों पर जहां विशेष नजर रखी जा रही है। वहीं उपचार की भी समुचित व्यवस्था है।
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बोले जिम्मेदार...
जनपद में संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। गंभीर मरीजों की संख्या काफी कम होने के कारण सभी एल-2 व एल-1 अस्पतालों को बंद कर दिया गया है। तीसरी लहर की तैयारी की जा रही है। बच्चों के लिए 20-20 वेंटिलेटर, मानीटर, इंफ्यूजन पंप मंगा लिए गए हैं। आवश्यकता के अनुसार कोविड अस्पतालों को खोला जाएगा।
-डाक्टर राकेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी।