Coronavirus Varanasi City News Update : 135 नए कोरोना पॉजिटिव, अब तक 1539 एक्टिव केस
बीएचयू से प्राप्त मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 129 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये हैं। दो मरीजों की इलाज के दौरान मौत भी हुई है कोरोना से मौत का आंकड़ा 94 हो गया है।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू लैब से शुक्रवार को प्राप्त 2675 जांच रिपोर्ट में कुल 135 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। होम आइसोलेशन के 106 व कोविड अस्पताल में इलाज करा रहे 44 समेत कुल 150 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित करते हुए अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वहीं इलाज के दौरान 24 घंटे में दो मरीजों ने दम तोड़ दिया। इस तरह जिले में अब तक कुल 91 मरीजों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सीएचसी व पीएचसी स्तर पर सैंपलिंग दर बढ़ाने को लेकर प्रयासरत हैं। जिले में अब कुल कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 5267 हो गई है। वहीं इनमें से 3632 मरीज ठीक होकर अपने घरों को जा चुके हैं। जबकि जिला अस्पताल में रोहनिया निवासी 63 वर्षीय पुरुष व मेडविन हॉस्पिटल में 80 वर्षीय पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिले में अब कुल 1539 सक्रिय कोरोना मरीज हैं।
कोरोना उपचार व रोकथाम समिति के अध्यक्ष व विशेष न्यायाधीश लोकेश राय ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने की जानकारी दी। बताया सीजेएम बीते पांच अगस्त से अवकाश पर हैं। कचहरी परिसर को नियमित सेनीटाइजेशन किया जा रहा है। साथ ही कर्मचारियों की भी जांच कराई जा रही है। हालांकि किट उपलब्ध नहीं होने के कारण गुरुवार को जांच नही हो सकी। बीते दस अगस्त को रैपिड एंटीजन टेस्ट में सात कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए थे। तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सीएचसी व पीएचसी पर सैंपङ्क्षलग दर बढ़ाने को लेकर अतिरिक्त टीमें गठित की हैं। वहीं सर्विलांस टीम बढ़ाकर संदिग्ध मरीजों की पहचान व उनकी जांच भी सुनिश्चित कराई जा रही है। सोमवार को 2053 जांच रिपोर्ट में से 7.84 फीसद व मंगलवार को 3354 जांच रिपोर्ट में से 4.77 फीसद संक्रमित मिले थे, तो वहीं बुधवार को 595 जांच रिपोर्ट में से 21.34 फीसद व गुरुवार को 2719 जांच रिपोर्ट में महज 4.74 फीसद नए कोरोना पॉजिटिव मिले। जिले में अब कुल कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 5132 हो गई है। वहीं इनमें से 3482 मरीज ठीक होकर अपने घरों को जा चुके हैं। जबकि बीएचयू लेवल-थ्री हॉस्पिटल में लक्खी चौतरा, चौक निवासी 49 वर्षीय पुरुष, करखियांव डिग्घी-फूलपुर निवासी 19 वर्षीय युवक व एपेक्स हॉस्पिटल में चौक निवासी 72 वर्षीय पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिले में अब कुल 1562 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। वहीं अब तक कुल 66477 सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें से 5132 पॉजिटिव व 61345 निगेटिव रहे। वहीं 6734 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है।
बीएचयू : निदेशक व एमएस कार्यालय भी कोरोना की चपेट में
चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू का निदेशक कार्यालय एवं सर सुंदरलाल अस्पताल का चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय भी कोरोना की चपेट में आ गया है। इसके कारण कर्मचारियों में दहशत व्याप्त है। हालांकि प्रशासन की ओर से कार्यालय को सैनिटाइज कराकर कार्य चलाया जा रहा है। वहीं कोरोना पॉजिटिव एवं उनके सीधे संपर्क में आए कर्मचारियों की भी जांच कराई गई है।
अस्पताल के डिप्टी रजिस्ट्रार एवं मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कमल कांत सहाय की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद उनके केबिन के अलावा, एमएस का केबिन, मीङ्क्षटग हाल आदि का सैनिटाइज कराया गया। वहां के कर्मचारी भयभीत हैं कि सैनिटाइज ही कराना था तो पूरे कार्यालय को कराया गया होता। कुछ कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासन अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाता है तो स्थिति और खराब हो सकती है। उधर, चिकित्सा विज्ञान संस्थान में सेक्शन आफिसर सहित कुछ अन्य कर्मचारियों के भी संक्रमित होने का मामला सामने आया है। इसके बाद एहतियात के तौर पर कार्यालय को बंदकर सैनिटाइज कराया गया। हालांकि इस दौरान निदेशक दूसरे स्थान पर बैठकर निरंतर कार्य कर रहे हैं। निदेशक प्रो. पीके जैन ने बताया कि कार्यालय सैनिटाइज कराने के साथ ही रिस्क कमेटी द्वारा सभी कर्मचारियों की जांच कराई गई है। साथ ही सुरक्षा के सभी नियमों का अनुपालन किया जा रहा है।
लेवल-थ्री अस्पताल में गंभीर मरीज हलकान, सीएम से शिकायत
बीएचयू लेवल-थ्री हॉस्पिटल में भर्ती खुटहन, जौनपुर निवासी कोरोना मरीज के परिवारीजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गुरुवार को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराया। इस संदर्भ में सीएमओ वाराणसी व जिलाधिकारी वाराणसी से भी शिकायत की गई। भतीजे ने बताया कि उनके चाचा ही नहीं वहां भर्ती अन्य मरीजों की भी ठीक तरह से देखभाल नहीं हो रही है। इनकी मदद के लिए न तो स्ट्रेचर है और न ही व्हील चेयर। इतना ही नहीं मदद के लिए पैरामेडिल स्टाफ भी समय से नहीं पहुंचते। बीएचयू अस्पताल के एमएस प्रो. एसके माथुर के मुताबिक मेन पावर जरूर सीमित है, लेकिन कोविड लेवल-थ्री अस्पताल में संसाधनों की कोई कमी नहीं है। परिवारीजन अटेंडेंट को वहां रखने की जिद कर रहे हैं, जो कि जोखिम भरा है। अटेंडेंट के बिना मरीज का काम बिल्कुल न चलने की स्थिति में ही अनुमति प्रदान करने का प्रावधान है।