Coronavirus Varanasi City News Update : 129 नए कोरोना पॉजिटिव, अब तक 3482 मरीज स्वस्थ
गुरुवार को बीएचयू से प्राप्त मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 129 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये हैं। दो मरीजों की इलाज के दौरान मौत भी हुई है।
वाराणसी, जेएनएन। गुरुवार को बीएचयू से प्राप्त मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 129 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये हैं। दो मरीजों की इलाज के दौरान मौत भी हुई है, जिसके बाद जनपद में कोरोना से मौत का आंकड़ा 94 हो गया है। वहीं 19 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद आज अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और होम आइसोलेशन कर रहे 113 मरीज भी स्वस्थ हुए हैं। इस प्रकार आज कुल 132 मरीज स्वस्थ हुए हैं। वर्तमान में जनपद में कोरोना के 1556 एक्टिव केस हैं। वहीं अब तक कुल 3482 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जनपद में अब तक 5132 कोरोना केस सामने आये हैं।
वाराणसी 4.74 फीसद नए कोरोना पॉजिटिव मिले। जिले में अब कुल कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 5132 हो गई है। वहीं इनमें से 3482 मरीज ठीक होकर अपने घरों को जा चुके हैं। जबकि बीएचयू लेवल-थ्री हॉस्पिटल में लक्खी चौतरा, चौक निवासी 49 वर्षीय पुरुष, करखियांव डिग्घी-फूलपुर निवासी 19 वर्षीय युवक व एपेक्स हॉस्पिटल में चौक निवासी 72 वर्षीय पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिले में अब कुल 1562 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। वहीं अब तक कुल 66477 सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें से 5132 पॉजिटिव व 61345 निगेटिव रहे। वहीं 6734 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है।
48 घंटे में लैब तक नहीं पहुंचा सैंपल होगा 'नहीं मिला'
कोरोना जांच के सैंपल कई दिनों पेंडिंग रहने पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अन्य लैब के साथ ही बीएचयू के लैब के अधिकारियों से भी पूछताछ की है। इस पर सफाई दी गई है कि जिलों से सैंपल बाद में भेजे जाते हैं जबकि कन्साइमेंट पहले ही जारी कर दिया जाता है। यही वजह है कई दिनों तक पेंङ्क्षडग दिखाता है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित वीआरडीएल के को-पीआई प्रो. पद्योत प्रकाश ने बताया कि इसे लेकर मंत्रालय को सुझाव दिया गया है कि अगर 48 घंटे के अंदर सैंपल लैब के पास नहीं आता है तो उस कन्साइमेंट को 'नहीं मिला' मान लिया जाएगा। इसे लेकर जल्द ही सभी जिलों के सीएमओ को पत्र लिखा जाएगा कि पहले मरीज का सैंपल लेने के बार फार्म भरे फिर कन्साइमेंट जारी करें। साथ ही प्रो. प्रकाश ने लैब एवं सैंपल कलेक्शन आदि से जुड़े सभी कर्मचारियों को इसके लिए और अधिक प्रशिक्षण देने की जरूरत है।