सीजीएसटी क्षमादान योजना की अंतिम तिथि 30 नवंबर तक बढ़ी, दिक्कतों के निदान के लिए वाराणसी मंडल कार्यालय पर करें संपर्क
जीएसटी क्षमादान योजना को 29 अगस्त से बढा़कर 30 नवंबर 2021 कर दिया गया है। यह निर्णय व्यापारियों की दिक्कतों को दूर करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय अंतर्गत राजस्व विभाग ने लिया है। ई-मेल amnestyschemevaranasigmail.com अथवा 9335076093 पर भी संपर्क किया जा सकता है ।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। जीएसटी क्षमादान योजना को 29 अगस्त से बढा़कर 30 नवंबर 2021 कर दिया गया है। यह निर्णय व्यापारियों की दिक्कतों को दूर करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय अंतर्गत राजस्व विभाग ने लिया है।
केंद्रीय माल एवं सेवाकर आयुक्तालय (सीजीएसटी) के आयुक्त ललन कुमार ने बताया कि जिन करदाताओं ने जुलाई 2017 से अप्रैल 2021 के जीएसटीआर-3 बी रिटर्न अभी तक दाखिल नहीं किए हैं, वे कम से कम विलंब शुल्क के साथ 30 नवंबर 2021 को या उससे पहले अपने रिटर्न दाखिल करवा सकते हैं । उन्होंने यह भी बताया कि योजना से संबंधित किसी भी अधिक जानकारी या सहायता के लिए किसी भी कार्य दिवस में केंद्रीय माल एवं सेवाकर आयुक्तालय, 9, मकबूल आलम रोड, वाराणसी अथवा संबंधित मंडल कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है । इसके अतिरिक्त ई-मेल amnestyschemevaranasi @ gmail.com अथवा 9335076093 पर भी संपर्क किया जा सकता है ।
प्रदेश भर में 15 हजार डिलरों से 15020 करोड रुपये जीएसटी वसूली
वाराणसी में पिछले साल 218 करोड़ के सापेक्ष 456 करोड़ की वसूली जागरण संवाददाता, वाराणसी : कोरोना की दो लहरों का सफलतापूर्वक मुकाबला कर चुकी प्रदेश की अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ ली है। इस बात के आधार दो वित्तीय वर्ष के शुरुआती चार महीने में वसूले गए जीएसटी के आंकड़े हैं। वाराणसी में जहां इसी अवधि में 218.26 करोड़ रुपये सापेक्ष 455.96 करोड़ रुपये यानी 47 फीसद अधिक जीएसटी वसूले गए वहीं पूरे प्रदेश में 56 सेक्टरों के 15 हजार डीलरों से 15020.14 करोड़ रुपये वसूले गए हैं। वित्तीय वर्ष इसी अवधि में पूरे प्रदेश में 10685.39 करोड़ रुपये जीएसटी वसूले गए थे।
कोरोना महामारी ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को ठप तो किया, लेकिन इस संकट में खासकर महामारी का प्रभाव कम होने के साथ केंद्र व प्रदेश सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने का प्रयास भी जारी रखा। इसका नतीजा यह रहा कि बाजार ने जोखिम भरे संकट से उबरकर इस वर्ष बेहतर गति पकड़ी है। कुल 56 सेक्टरों में मोबाइल उपकरण, विमानन, कोयला, उर्वरक और हथियार एवं गोला-बारूद सेक्टर ऐसे रहे जिसमें इस साल नकारात्मक जीएसटी वसूले गए। इसके विपरीत जवाहरात व आभूषण, रेडीमेड परिधान, सभी आटोमोबाइल, कपड़े, स्क्रैप उद्योग सेक्टर में सौ फीसद से अधिक जीएसटी वसूले गए। दूसरी ओर वाराणसी समेत पूर्वांचल के अन्य जनपदों में भी जीएसटी वसूली बेहतर हुई है। इसमें मात्र सोनभद्र में जीएसटी वसूली में कुछ कमी आई है। कारपोरेट सर्किल वाराणसी जोन एक व दो को मिला दें तो पिछले साल 160.66 करोड़ के सापेक्ष इस साल 239.74 करोड़ जीएसटी वसूले गए।