गंगा नदी में भारी ट्रैफ‍िक जाम से जल मार्ग में सुगम यातायात की राह दिखाएगा लेन सेपरेटर

वाराणसी में गंगा को अर्थ गंगा के रूप में परिवर्तित करने के लिए सभी उपाय प्रशासन द्वारा लगातार किए जा रहे हैं। वाराणसी वाया हल्दिया 1339 किलोमीटर की राह यानी एनड्ब्ल्यू-1 (नेशनल वाटर वे) पूरी तरह अपडेट किया जा रहा है।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 02:37 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 02:37 PM (IST)
गंगा नदी में भारी ट्रैफ‍िक जाम से जल मार्ग में सुगम यातायात की राह दिखाएगा लेन सेपरेटर
गंगा को अर्थ गंगा के रूप में परिवर्तित करने के लिए सभी उपाय प्रशासन द्वारा लगातार किए जा रहे हैं।

वाराणसी, जेएनएन। गंगा को अर्थ गंगा के रूप में परिवर्तित करने के लिए सभी उपाय प्रशासन द्वारा लगातार किए जा रहे हैं। वाराणसी वाया हल्दिया 1339 किलोमीटर की राह यानी एनड्ब्ल्यू-1 (नेशनल वाटर वे) पूरी तरह अपडेट किया जा रहा है। साथ ही भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण व शिपिंग कार्पोरेशन के साथ तीन जहाजोंं के संचालन को लेकर एक एमओयू भी हो चुका है। इसके लिए पानी (PANEE) एप लांच किया गया है। यह मार्ग की स्थिति को बताएगा तथा यह भी जानकारी देगा कि जलपोत कहां पहुंंचा। सबसे बड़ी बात है कि व्यापारी भी जान सकेंगे कि उसका सामान कब तक आ जाएगा या गन्तव्य तक पहुंच जाएगा। इसी प्रकार मार्ग का भी निर्धारण होगा ताकि दुर्घटना की संंभावना न रहे। इसी को ध्यान में रखकर वाराणसी सहित मार्ग में सेपवरेटर लगाने की भी तैयारी है। 

इस बाबत कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि गंगा में मार्च से  रो-रो बोट का संचालन शुरू हो जाएगा। टेंडर की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। एक रो-रो जहाज वाराणसी से चुनार तक का फेरी लगाएगा। किराया भी मामूली ही होगा। इसमे 200 लोग एकसाथ बैठ सकेंगे। शादी ब्याह के लिए भी इसकी बुकिंग की जा सकेगी। पर्यटकोंं को अधिक से अधिक रो-रो पर लाने के लिए प्रयास होंगे। इसमे सभी प्रकार की सुविधाएं होंगी। वाईफाई से भी यह लैस होगा। संचालन की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग के जिम्मे होगी। काशी से मीरजापुर तक धर्मयात्रा के लिए भी रो-रो सहायक होगा। इसकी डिमांड ज्यादा होगी तो इसकी संख्या बढ़ा दी जाएगी।

इसके अलावा  जेटी को बेहतर करने की दिशा में भी कार्य शुरू हो चुके है। जेटी अब सिर्फ नाव से लोगोंं को उतारने - चढ़ाने के काम ही नही आएंंगे बल्कि इस पर बैठकर लोग गंगा की अविरल धारा का आनंद भी ले सकेंगे। जेटी पर अलग से बैठने के स्थान तय होंगे। कुर्सियां भी लगेंगी। एक तरफ से रेस्टोरेंट सरीखा माहौल होगा तो इसके साथ बाथिंग रूम आदि की व्यवस्था भी जोड़ी जाएगी । कमिश्नर ने कहा कि गंगा में कई तरह के शिप यानी कार्गो, क्रूज, रो रो, स्पीड बोट आदि नजर आएंगे। लोगोंं की सहूलियत और आमदनी बढ़े, इसीलिए यह कार्य हो रहे हैं।

गंगा में हो रहा ट्रैफ‍िक जाम

गंगा नदी में अब तक देव दीपावली पर ही ट्रैफ‍िक जाम का नजारा रहता था। मगर अब पर्यटक सीजन बढ़ने और कारोबार को गति मिलने के साथ ही वाराणसी में गंगा के लहरों की सवारी के लिए दो क्रूज भी आ चुका है। जब‍कि बजड़ों और छोटी नौकाओं को मिलाकर सैकड़ों की संख्‍या हो चुकी है। पंजीकृत और गैर पंजीकृत नौकाओं की वजह से अब गंगा में जाम और हादसों का भी क्रम शुरू हो चुका है। आए दिन होने वाली मामूली दुर्घटनाएं किसी दिन कोई बड़ा रूप न ले लें इसके लिए प्रशासन ने गंगा में यातायात को सुचारु करने की पहल की है। 

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