चंदौली में प्राणवायु की कमी से नहीं टूटेगी सांसों की डोर, अस्पतालों में इंतजाम मुकम्मल

कोरोना की दूसरी लहर ने ऐसी सबक दी कि स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया। तीसरी लहर के लिए पहले से ही अस्पतालों को अपडेट कर दिया गया है। स्वास्थ्य केंद्रों में बेड वेंटिलेटर आक्सीजन प्लांट व कांसंट्रेटर समेत जरूरी इंतजाम किए गए हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 08:12 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 08:12 PM (IST)
चंदौली में प्राणवायु की कमी से नहीं टूटेगी सांसों की डोर, अस्पतालों में इंतजाम मुकम्मल
स्वास्थ्य केंद्रों में बेड, वेंटिलेटर, आक्सीजन प्लांट व कांसंट्रेटर समेत जरूरी इंतजाम किए गए हैं।

जागरण संवाददाता, चंदौली। कोरोना की दूसरी लहर से स्वास्थ्य विभाग ने सबक लिया है। तीसरी लहर के लिए पहले से ही अस्पतालों को अपडेट कर दिया गया। स्वास्थ्य केंद्रों में बेड, वेंटिलेटर, आक्सीजन प्लांट व कांसंट्रेटर समेत जरूरी इंतजाम किए गए हैं। चिकित्सकीय स्टाफ की भी नियुक्ति कर प्रशिक्षण आदि की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। ऐसे में इस बार प्राणवायु की कमी से इस बार सांसों की डोर नहीं टूटेगी।

कोरोना की पहली लहर से स्वास्थ्य विभाग अंजान रहा। ऐसे में जब दूसरी लहर आई तो महकमा वेंटिलेटर पर नजर आया। खस्ताहाल अस्पतालों में न तो आक्सीजन की व्यवस्था थी और न ही बेड, वेटिंलेटर आदि के इंतजाम किए गए थे। इसकी वजह से बेहिसाब मौतें हुईं। कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने पर लोग जान बचाने के लिए अस्पतालों की ओर भाग रहे थे, लेकिन यहां हालात और बदतर थे। ऐसे में आक्सीजन की कमी की वजह से न जाने कितनों की सांसें थम गईं।

वहीं अस्पताल में बेड न मिलने की वजह से दहलीज पर ही मरीजों ने दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य महकमे में तमाम तरह के आरोप लगे। चिकित्सक व अधिकारी हमेशा सवालों के घेरे में रहे। भीषण त्रासदी को झेलने के बाद लोग भले न सचेत हुए हों, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिले के प्रमुख अस्पतालों में जरूरी इंतजाम किए गए हैं। 100 बेड के जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाया गया है। ऐसे में तीसरी लहर में यहां आक्सीजन की कमी की वजह से लोगों की सांसें नहीं थमेंगी। वहीं तीसरी लहर में बच्चों पर खतरे को देखते हुए एमसीएच (मातृ व शिशु) विंग में 30 बेड का पीकू (पीडियाट्रिक आइसीयू) वार्ड बनाया गया है।

एमसीएच विंग में लगे हैं 22 वेंटिलेटर : जिले में 22 वेंटिलेटर मंगाकर एक साल से पैकेट में बंदकर रखे गए थे। दूसरी लहर में इसको लेकर दैनिक जागरण ने खबर प्रकाशित की तो स्वास्थ्य महकमा जागा। सभी वेंटिलेटर एमसीएच विंग में लगा दिए गए हैं। दूसरी लहर में भी कई मरीजों को भर्ती किया गया। वे स्वस्थ होकर घर गए।

चार सीएचसी व पीएचसी तैयार : चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय के साथ ही नौगढ़, भोगवारा, मैढ़ी व धानापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर इंतजाम किए गए हैं। यहां 30-30 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। वहीं आक्सीजन प्लांट भी लगाए गए हैं। इसके लिए क्षेत्रीय विधायकों ने अपनी निधि से धनराशि दी थी।

बोले अधिकारी : कोरोना की तीसरी लहर से निबटने के लिए जिले में मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं। अस्पतालों में बेड, आक्सीजन, वेंटिलेटर समेत अन्य सुविधाएं मौजूद हैं। चिकित्सकीय स्टाफ को भी प्रशिक्षित किया गया है। विभाग किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। -डाक्टर वीपी द्विवेदी, सीएमओ। 

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