चीन की अर्थव्यवस्था को तोड़ने के लिए काशी के व्यापारियों ने कमर, देसी झालरों की दिखेगी जगमग

वाराणसी में चीन की अर्थव्यवस्था को तोड़ने के लिए काशी के व्यापारियों ने कमर कस ली है। दीपावली में दो हफ्ते से भी कम समय शेष रह गया है। हर साल इलेक्ट्रानिक सामान की मंडी बड़ी पियरी अब तक चाइनीज झालरों से सज जाती थी।

By Edited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 01:10 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 10:16 AM (IST)
चीन की अर्थव्यवस्था को तोड़ने के लिए काशी के व्यापारियों ने कमर, देसी झालरों की दिखेगी जगमग
चीन की अर्थव्यवस्था को तोड़ने के लिए काशी के व्यापारियों ने कमर कस ली है।

वाराणसी, जेएनएन। चीन की अर्थव्यवस्था को तोड़ने के लिए काशी के व्यापारियों ने कमर कस ली है। दीपावली में दो हफ्ते से भी कम समय शेष रह गया है। हर साल इलेक्ट्रानिक सामान की मंडी बड़ी पियरी अब तक चाइनीज झालरों से सज जाती थी। इस बार ग्राहक व व्यापारी दोनों ही चाइनीज सामान खरीदने और बेचने से परहेज कर रहे हैं। अब देखना यह है कि चाइनीज झालरों पर देसी झालर कितने भारी पड़ते हैं। हालांकि देसी झालर रेट में काफी महंगे हैं। व्यापारियों ने बताया कि चीनी माल नहीं आने से कारोबार में करीब 70 फीसद तक गिरावट आई है। दूसरी ओर शहर में स्मार्ट मीटर लगने के कारण अधिक बिजली बिल आने से भी लोग झालर खरीदने से परहेज कर रहे हैं।

तीन गुना महंगे हैं देसी झालर : व्यापारियों ने बताया कि चाइनीज झालर के मुकाबले देसी झालर तीन गुना महंगे पड़ रहे हैं। इस कारण कारोबार केवल 30 फीसद के आंकड़े तक ही पहुंचा है। चाइनीज झालर की लड़ी बीस से लेकर 100 रुपये में साढ़े तीन मीटर लंबी आती थी। साढ़े तीन मीटर लंबी देसी झालर की कीमत की शुरुआत ही 250 सौ से लेकर 600 रुपये तक से हो रही है। लतर के साथ पट्टे वाला झालर सात सौ से लेकर 12 सौ रुपये तक में तैयार हो रहा है। कुछ दुकानों पर पिछले साल के स्टाक बचे हैं लेकिन चाइनीज आइटम के नाम पर उन्हें कोई खरीद नहीं रहा है।

चीन की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। इस दीपावली में ही उसे कई करोड़ का नुकसान पहुंचेगा। इसका नतीजा हम लोगों को आने वाले वर्षों में दिखेगा। जब हम आत्मनिर्भर होंगे। -ओमप्रकाश

सत्तर फीसद कारोबार घट गया है। इस बार हम केवल देसी झालर ही बेच रहे हैं। पुराने बचे स्टाक थोड़े-बहुत हैं तब भी उसके खरीदार नहीं हैं। अभी दीपावली में 13 दिन का समय है। बिक्री का ग्राफ जरूर बढ़ेगा। -राजीव कुमार

लोग केवल झालर ही नहीं, एलइडी बल्ब भी अब देसी ही खरीद रहे हैं। इसके पीछे कारण है कि देसी उत्पादों पर एक वर्ष की रिपेल्समेंट गारंटी मिल रही है। चाइनीज माल तो आना बंद हो गया है। बचे उत्पादों पर हम गारंटी नहीं दे रहे हैं। -विकास जायसवाल

अभी तो त्योहारी सीजन शुरू हुआ है। हम ग्राहकों को देसी उत्पादों की ओर आकर्षित करेंगे। इसके फायदे और चाइनीज सामान के नुकसान को बताएंगे। फिर देखिएगा कारोबार जरूर रफ्तार पकड़ेगा। हम जरूर आत्मनिर्भर बनेंगे। -दिव्यांशु यादव

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