वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर प्रकरण की सुनवाई अब 20 फरवरी को

ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने के मामले में सुनवाई एक बार फ‍िर सोमवार को टल गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 17 Feb 2020 01:29 PM (IST) Updated:Mon, 17 Feb 2020 02:07 PM (IST)
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर प्रकरण की सुनवाई अब 20 फरवरी को
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर प्रकरण की सुनवाई अब 20 फरवरी को

वाराणसी, जेएनएन। ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने के मामले में सुनवाई एक बार फ‍िर सोमवार को टल गई है। इस मामले में अगली सुनवाई अब आगामी 20 फरवरी को होगी। ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने के प्रकरण की सुनवाई सिविल जज (सीनियर डिवीजन -फास्ट ट्रैक) आशुतोष तिवारी की अदालत में चल रही है। वहीं सोमवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान विपक्षियों की ओर से सिविल जज की अदालत में सुनवाई के क्षेत्राधिकार को लेकर प्रार्थना पत्र दिया गया था। अदालत ने इसपर सुनवाई के लिए 20 फरवरी की तिथि मुकर्रर कर दी है। अब तीन दिन बाद गुरुवार को प्रार्थना पत्र को लेकर सुनवाई की जाएगी। 

इससे पूर्व भाजपा नेता सुब्रमण्‍यम स्‍वामी भी राम मंदिर को लेकर आए अदालत के फैसले के बाद वाराणसी में बाबा काशी विश्‍वनाथ दरबार क्षेत्र में लेकर पुरातात्विक सर्वेक्षण की मांग उठा चुके हैं। इसके बाद से ही बाबा काशी विश्‍वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद परिक्षेत्र का पुरातात्विक सर्वेक्षण कर इसकी ऐतिहासिकता और इसके निर्माण की अवधि को लेकर जांच की मांग उठने लगी थी। राम मंदिर मामले में फैसला आने के बाद से ही देश भर की निगाहें अब वाराणसी में चल रहे इस मामले की सुनवाई पर हैं। 

वाराणसी में पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने का प्रकरण सिविल जज, सीनियर डिवीजन -फास्ट ट्रैक, आशुतोष तिवारी की अदालत में लंबित है। इस मामले की सोमवार को सुनवाई होनी थी मगर सुबह ही अदालत में सुनवाई के दौरान विपक्षी द्वारा सिविल जज की अदालत में सुनवाई के क्षेत्राधिकार को तय करने को लेकर एक प्रार्थना पत्र दिया गया था। इस बात पर अदालत ने प्रकरण की सुनवाई के लिए तीन दिनों बाद आगामी गुरुवार 20 फरवरी की तिथि मुकर्रर कर दी है। अब दोनों ही पक्ष गुरुवार को अदालत में सुनवाई के क्षेत्राधिकार को लेकर कोर्ट में मौजूद रहेंगे। 

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