Kashi Vidyapeeth ने वेबसाइट पर अपलोड किया e-content, विषय विशेषज्ञों के ऑडियो-वीडियो व्याख्यान उपलब्ध
कोरोना वायरस के संक्रमण व लॉकडाउन को देखते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी ऑनलाइन की राह पर है। विवि की वेबसाइट पर ई- कंटेट अपलोड किया जा रहा।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण व लॉकडाउन को देखते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ऑनलाइन की राह पर है। विवि की वेबसाइट पर ई- कंटेट अपलोड किया जा रहा है ताकि छात्र-छात्राएं घर बैठे ही पढ़ाई करें और कक्षाएं स्थगित होने से पठन-पाठन प्रभावित न हो।
कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने बताया कि विभिन्न विभागों के शिक्षकविवि की वेबसाइट पर अपने ई-संसाधनों मसलन, पावर प्वाइंट प्रस्तुतियों व ऑडियो-वीडियो व्याख्यान के जरिए विद्यार्थियों से अकादमिक संवाद के लिए उपलब्ध हैं। विद्यार्थी संबंधित सामग्री के अवलोकन के साथ ही मेल कर जिज्ञासा का समाधान पा सकते हैैं। कुलपति ने बताया कि कोरोना संकट के दौर में हमें रचनात्मकता बढ़ाते हुए मनुष्यता के पक्ष में कार्यकलापों को पुनर्निर्धारित और पुनर्समायोजित करना चाहिए। ऐसे समय में विज्ञान और शिक्षा संसार की अद्यतन उपलब्धि ई-लर्निंग वरदान है। अकादमिक यात्रा बनाए रखने में ई-लर्निंग की सकारात्मकता हमारी सामथ्र्य में बढ़ोतरी करेगी।
नोडल अधिकारी प्रो. निरंजन सहाय ने बताया कि वर्तमान में वेबसाइट को अर्थपूर्ण व रोचक बनाया गया है। इसका अंदाजा इससे लगता है कि लाखों जिज्ञासु वेबसाइट का अवलोकन कर रहे हैैं। प्रबंधन अध्ययन संस्थान के एमबीए द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर का स्टडी मैटेरियल आइएमएस की वेबसाइट पर अपलोड है।
डीएलडब्ल्यू स्थित कालेज में
आनलाइन शिक्षण
डीएलडब्ल्यू स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में ऑनलाइन शिक्षण शुरू हो गया है। प्राचार्य डा. शुभ लक्ष्मी त्रिपाठी ने बताया कि इतिहास, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, अंग्रेजी सहित अन्य विषयों का ई-कंटेंट वेबसाइट पर अपलोड है।
मोबाइल नंबर रखें पास
उधर, शासन ने सभी विश्वविद्यालय को शिक्षकों-कर्मचािरयों व विद्यार्थियों का मोबाइल नंबर रखने का निर्देश दिया है ताकि विशेष परिस्थितियों में उनसे संपर्क किया जा सके। उच्च शिक्षा की प्रमुख सचिव मोनिका गर्ग की ओर से जारी परिपत्र में शिक्षकों से ऑनलाइन पाठ्य सामग्री तैयार करवाने का भी निर्देश दिया गया है। वहीं वर्क फ्रॉम होम के तहत शिक्षक, शोधार्थी, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों से शैक्षिक गतिविधियों के संचालन, ऑनलाइन सामग्री तैयार कराने, शिक्षण व मूल्यांकन, शोध कार्य, आर्टिकल, पत्र लेखन समेत विविके प्रशासनिक और शैक्षणिक भवनों, छात्रावासों सहित परिसर का सैनिटाइजेशन जारी रखने के भी निर्देश दिए हैं।