काशी विद्यापीठ में तीन माह से कैद उत्तर पुस्तिकाओं का खुलेगा बंडल, होगा मूल्यांकन

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्टोर में पिछले तीन माह से स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की उत्तर पुस्तिकाएं बंद है। शासन की गाइडलाइन के बाद विद्यापीठ प्रशासन अब पूरी तरह से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी में जुट गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 12:05 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 12:05 PM (IST)
काशी विद्यापीठ में तीन माह से कैद उत्तर पुस्तिकाओं का खुलेगा बंडल, होगा मूल्यांकन
शासन की गाइडलाइन के बाद विद्यापीठ प्रशासन उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी में जुट गया है।

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्टोर में पिछले तीन माह से स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की उत्तर पुस्तिकाएं बंद है। शासन की गाइडलाइन के बाद विद्यापीठ प्रशासन अब उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी में जुट गया है।

काशी विद्यापीठ ने स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा मार्च में ही करा ली थी। इस क्रम में स्नातक वार्षिक परीक्षा भी 23 अप्रैल में प्रस्तावित थी। स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा को लेकर भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने रूपरेखा बना रहा था। प्रश्नपत्रों का मुद्रण भी करा लिया गया था। इस बीच कोरोना महामारी ने परीक्षाओं की रूपरेखा पर ब्रेक लगा दिया। संक्रमण के फेर में स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाओं की कापियों का मूल्यांकन भी फंस गया। वहीं महामारी को देखते हुए इस बार भी स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न खंडाें के विद्यार्थियों को बगैर परीक्षा के प्रमोट करने के लिए शासन स्तर पर मंथन शुरू हो गया। परीक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालयों को निगाहें शासन की गाइड लाइन पर आकर टिक गई।

बहरहाल शासन ने स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं को लेकर अब स्पष्ट गाइड लाइन जारी कर दी है। इसके आधार पर काशी विद्यापीठ ने स्नातक द्वितीय व तृतीय खंड तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 जुलाई से कराने का निर्णय लिया है। इसके अलावा स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाओं की कापियों का मूल्यांकन एक सप्ताह के भीतर शुरू कराने का भी निर्णय लिया गया है। परीक्षा के तत्काल बाद विद्यापीठ ने परीक्षा केंद्रों से तत्काल कापियां मंगा ली थी। इस कापियों के बंडल खोले जा रहा है। डाकेट बनाने का काम शुरू हो गया। तीन दिनों के भीतर परीक्षकों की सूची भी तैयार कर ली जाएगी।

परीक्षा नियंत्रक डा. एसएल मौर्य ने बताया कि शासन की गाइड लाइन के अनुसार परीक्षाओं की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इस क्रम में 11 जून को भी परीक्षा समिति की बैठक बुलाई गई है। इसके अलावा स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की कापियों का मूल्यांकन कर रिजल्ट जुलाई में जारी करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि पहली सितंबर से नया शैक्षणिक सत्र शुरू किया जा सके।

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