काशी विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव : एबीवीपी का नहीं खुल सका खाता, सछास व एनएसयूआइ दो-दो पदों पर जमाया कब्जा

कड़ी सुरक्षा व गहमागहमी के बीच गुरुवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ के चुनाव में अध्यक्ष पद पर समाजवादी छात्र सभा के प्रत्याशी विमलेश यादव विजयी रहे। उन्होंने 1859 मत पाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के आलोक रंजन को 635 वोट के अंतर से पराजित किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 08:53 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 08:53 PM (IST)
काशी विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव : एबीवीपी का नहीं खुल सका खाता, सछास व एनएसयूआइ दो-दो पदों पर जमाया कब्जा
काशी विद्यापीठ छात्रसंघ के चुनाव में अध्यक्ष पद पर समाजवादी छात्र सभा (सछास) के प्रत्याशी विमलेश यादव विजयी रहे।

वाराणसी, जेएनएन। कड़ी सुरक्षा व गहमागहमी के बीच गुरुवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ के चुनाव में अध्यक्ष पद पर समाजवादी छात्र सभा (सछास) के प्रत्याशी विमलेश यादव विजयी रहे। उन्होंने 1859 मत पाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) के आलोक रंजन को 635 वोट के अंतर से पराजित किया। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआइ के संंदीप पाल व महामंत्री पद पर प्रफुल्ल पांडेय निर्वाचित घोषित हुए हैं। पुस्तकालय मंत्री सछास के आशीष गोस्वामी बने हैं। उन्होंने एबीवीपी के अंकित वर्मा को 1493 मतों के अंतर से पराजित किया। छात्रसंघ चुनाव में इस बार एबीवीपी का खाता नहीं खुल सका है, जबकि पिछली बार उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी का प्रत्याशी विजयी हुआ था। इस बार छात्रसंघ अध्यक्ष व पुस्तकालय मंत्री पद पर सछास व उपाध्यक्ष व महामंत्री पद पर एनएसयूआइ के अधिकृत प्रत्याशी को सफलता मिली।

मतदान की प्रक्रिया सुबह नौ बजे से शुरू हुई। शुरू में गति कुछ धीमी रही। दस बजे ने मतदान ने गति पकड़ी। दोपहर एक बजे तक 47.38 फीसद छात्रों ने मतदान किया। 9062 मतदाताओं में 4294 छात्र-छात्राओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। छात्रसंघ के विभिन्न पदों पर 587 मत अवैध पड़े। गत वर्ष की तुलना में पांच फीसद अधिक मत डाले गए। बहरहाल मतदान के दौरान इंग्लिशिया लाइन से लेकर चंदुआसट्टी तक छात्र-छात्राओं की भीड़ नजर आ रही थी। विद्यापीठ प्रशासन ने पहले ही चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी थी। उसके बाहर से हर मतदाता को अपनी तरफ करने को अंतिम समय तक प्रत्याशी प्रयत्नशील रहे। विभिन्न प्रत्याशियों के समर्थकों की नारेबाजी के बीच मुख्यद्वार पर खड़े होकर प्रत्याशी वोट मांगते रहे। मतगणना अपरान्ह 3.30 बजे से शुरू हुई। परिणाम शाम करीब छह बजे घोषित किया गया।  

मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. केएस जायसवाल के मुताबिक उपाध्यक्ष पद पर संदीप ने 2467 मत पाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी संजय कुमार यादव को 1269 मतों के अंतर हराया। महामंत्री पद पर प्रफुल्ल पांडेय ने 2360 मत पाते हुए निकटतम प्रतिद्वंद्वी अभय शक्ति को 801 मतों से पराजित किया। पुस्तकालय मंत्री पद पर आशीष गोस्वामी ने अंकित वर्मा को 1494 मतों के अंतर से हराया। आशीष को 2767 व अंकित को 1273 मत मिले।

परिणाम के तुरंत बाद शपथ ग्रहण : परिणाम घोषित होने के तत्काल बाद कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को तत्काल शपथ दिलाई।

नोटा का भी जमकर हुआ प्रयोग

छात्रसंघ चुनाव में मतदाताओं ने नोटा का भी प्रयोग किया। अध्यक्ष पर 54, उपाध्यक्ष पर 152, महामंत्री 60, पुस्तकालय मंत्री पर 231 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया। इसके अलावा संकाय प्रतिनिधियों के लिए 119 छात्र-छात्राओं ने नोटा का प्रयोग किया। इस प्रकार छात्रसंघ के विभिन्न पदों पर 598 मत नोटा में पड़े। सर्वाधिक 213 नोटा मत पुस्तकालय मंत्री पद पर रहे।

किसे कितना मिला मत

अध्यक्ष : विमलेश यादव  (1859) निर्वाचित, आलोक रंजन  (1224) शशिशेखर सिंह (1139)

अवैध : 18, नोटा : 54  

उपाध्यक्ष : संदीप पाल (2467)  निर्वाचित, संजय कुमार यादव (1198) व शशिधर जायसवाल (452)

अवैध :  25, नोटा :152

महामंत्री : प्रफुल्ल पांडेय  (2360)  निर्वाचित, अभय शक्ति सिंह (1559) व  अमन भारद्वाज  (291)

अवैध : 24, नोटा : 60 

पुस्तकालय मंत्री  : आशीष गोस्वामी  (2767)  निर्वाचित,  अंकित वर्मा  (1273)  

अवैध : 108, नोटा 479

निर्वाचित संकाय प्रतिनिधि

मानविकी संकाय : गौतम शर्मा (1034)

अवैध : 279, नोटा : 98

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी  :  विशाल कन्नौजिया (226)  

 अवैध : 112, नोटा : 13  

विधि : सत्येंद्र कुमार (125)  निर्वाचित,  अवैध : 33, नोटा 05

शिक्षा : दीपक पटेल (152)  निर्वाचित,   अवैध : 36, नोटा : 02

समाजकार्य : ईश्वर चंद्र पटेल (107)  निर्वाचित,   अवैध : 19, नोटा 01

निर्विरोध निर्वाचित  

वाणिज्य व प्रबंध संकाय : रितेश सोनकर

समाज विज्ञान : मिलन मोदनवाल

 

काशी विद्यापीठ छात्रसंघ के नए पदाधिकारियों ने कहा

''छात्र-छात्राओं की मूलभूत सुविधाएं पहली प्राथमिकता होगी। विद्यापीठ में कैंटीन नहीं है। ऐसे में कैंटीन खोलवाने का प्रयास होगा। छात्रहित में पठन-पाठन से लेकर परीक्षा, मूल्यांकन सहित विभिन्न समस्याओं के लिए संघर्ष जारी रहेगा

-विमलेश यादव, अध्यक्ष

''छात्रहित में काम किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन से समन्वय स्थापित कर छात्रों का कल्याण किया जाएगा। विश्विद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं को किसी तरह की परेशानी न हो। इसका ध्यान दिया जाएगा।

-संदीप पाल,  उपाध्यक्ष

''विद्यापीठ परिसर में दूर दराज से आने वाले छात्रों व उनके परिजनों के विश्राम की व्यवस्था कोई व्यवस्था नही हैं। परिसर में रेस्ट रूम बनवाने का प्रयास होगा। एक हेल्पडेस्क भी बनाने का लक्ष्य है, ताकि छात्र और उनके परिजनों को जानकारी के लिए भटकना पड़े।

-प्रफुल्ल पांडेय, महामंत्री

''लाइब्रेरी ने नई पुस्तकों का अभाव है। प्रयास होगा की लाइब्रेरी पुस्तकों से और समृद्ध हो। प्रत्येक विद्यार्थी को कम से कम चार पुस्तकें लाइब्रेरी से मिल सके।

-आशीष गोस्वामी

chat bot
आपका साथी