पेपरलेस पढ़ाई की राह पर काशी विद्यापीठ ; अध्यापकों ने ई-कंटेंट तैयार करने में दिखाई रुचि, वेबसाइट पर अपलोड
परलेस पढ़ाई की राह पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने पहल शुरू कर दी है। इसके तहत अध्यापकों ने ई-कंटेंट तैयार करना शुरू कर दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। पेपरलेस पढ़ाई की राह पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने पहल शुरू कर दी है। इसके तहत अध्यापकों ने ई-कंटेंट तैयार करना शुरू कर दिया है। प्रथम चरण में समाज कार्य, समाजशास्त्र, प्रबंध अध्ययन संस्थान, अर्थशास्त्र, हिंदी विभाग के अध्यापकों ने ई-कंटेंट वेबसाइट पर अपलोड भी कर चुके हैं। इन विभागों के विद्यार्थी अब घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई भी कर सकते हैं।
विद्यापीठ ने ई-कंटेंट डेवलमेंट पर पिछले महीने अध्यापकों की कार्यशाला की थी। इसमें अध्यापकों को ई-कंटेंट तैयार करने के लिए प्रेरित किया गया। खास कर युवा अध्यापकों को प्रयोग के तौर पर किसी एक या दो टॉपिक पर ई-कंटेंट तैयार करने को कहा गया था। कुलपति प्रो. टीएन सिंह की पहल पर समाज कार्य विभाग के डा. अनिल कुमार चौधरी ने 'राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति पर, डा. चंद्रशेखर ने 'वर्तमान समय में मी टू का सोसाइटी पर प्रभावÓ, 'सामाजिक समूह कार्य का एक बुनियादी ज्ञान व 'सामाजिक समूह कार्य में रिकार्डिंग पर ई-कंटेंट तैयार किया गया। इसी प्रकार समाज शास्त्र विभाग के डा. राहुल गुप्ता, अर्थशास्त्र विभाग की डा. अंकिता गुप्ता, ङ्क्षहदी के डा. रामाश्रय सिंह, डा. अनुकूल चंद्र, प्रो. अनुराग स्वनिम, प्रो. निरंजन सहाय, गणित के डा. अखिलेश चंद्र यादव, मनोविज्ञान की डा. रश्मि सिंह, प्रो. आरपी सिंह, दर्शन की डा. नंदिनी सिंह, डा. पीतांबर दास, अंग्रेजी के डा. नलिनी श्याम कामिल ने विभिन्न विषयों पर ई-कंटेंट तैयार कर वेबसाइट पर अपलोड किया है। विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार ई-कंटेंट का लाभ भी उठा रहे हैं।