वाराणसी में पांच करोड़ से गंगा में चार स्थानों पर बनेगी जेट्टी, गंगा में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
चारों स्थानों पर जेक्टी बनाने में करीब पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे। सेंटर में टीनशेड गार्ड रूम लाइटिंग व कुर्सियां लगाई जाएंगी। विभाग का दावा है कि कम्युनिटी जेक्टी पर छोटे जलयान व नाव का ठहराव होने के साथ पर्यटकों को सुविधा मिलेगी।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंगा में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने एक और बड़ी पहल की है। पर्यटकों की सुविधा के लिए अर्धगंगा योजना के तहत चार कम्युनिटी जेक्टी (सामुदायिक सेंटर) बनाएगा। प्राधिकरण ने रामनगर, अस्सी घाट, कैथी और राजघाट को चिह्नित किया है। आइडब्ल्यूएआइ ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है। चारों स्थानों पर जेक्टी बनाने में करीब पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे। सेंटर में टीनशेड, गार्ड रूम, लाइटिंग व कुर्सियां लगाई जाएंगी। विभाग का दावा है कि कम्युनिटी जेक्टी पर छोटे जलयान व नाव का ठहराव होने के साथ पर्यटकों को सुविधा मिलेगी।
अध्यात्मिक व धार्मिक नगरी काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तेजी से विकास कार्य चल रहे हैं। कई योजनाएं धरातल पर आ चुकी हैं तो कई जल्द ही दिखाई पड़ेंगी। रामनगर स्थित राल्हूपुर में बंदरगाह बनने के साथ व्यापारी जलमार्ग से जुडऩे लगे हैं। पर्यटक देखने भी जाते हैं। कम्युनिटी सेंटर नहीं होने के कारण पर्यटक अस्सी, राजघाट, रामनगर और कैथी में नहीं उतर पाते थे। यदि पर्यटक उतरते हैं तो उन्हें काफी परेशानी होती है। घाट पर जेक्टी बनने के साथ पर्यटक मनमाफिक स्थानों पर उतरने के साथ दर्शन-पूजन संग भ्रमण कर सकेंगे।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का दावा है कि नवंबर माह तक कम्युनिटी जेक्टी को बनाकर तैयार कर लिया जाएगा। जेक्टी पर छोटे जलयान और नाव से लोग उतर सकेंगे। जेक्टी से फायदा होगा कि पर्यटक को लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी, वे जरूरत के मुताबिक कहीं भी उतर सकेंगे। साथ में उनका समय भी बचेगा। विभाग का दावा है कि मौखिक तौर पर शासन से सहमति बन चुकी है, बस फाइलों में स्वीकृति मिलने की जरूरत है।
जनप्रतिनिधियों ने उठाई थी समस्या : गंगा घाट पर पर्यटकों की सुविधा को लेकर जनप्रतिनिधियों ने सवाल उठााया था। उन्होंने जेक्टी बनाने की मांग की थी। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने उनकी मांगों पर विचार करते हुए चार स्थानों जेक्टी बनाने का निर्णय लिया है।