वाराणसी में विभिन्न मांगों को लेकर मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरने पर बैठे जेई
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के आह्वान पर शनिवार को भिखारीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर वाराणसी गाजीपुर जौनपुर चंदौली के अवर अभियंता और प्रोन्नत अभियंताओं ने संसाधनों की व्यवस्था और कर्मचारियों के उत्पीड़न के विरोध में धरना- सभा किया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के आह्वान पर शनिवार को भिखारीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली के अवर अभियंता और प्रोन्नत अभियंताओं ने संसाधनों की व्यवस्था और कर्मचारियों के उत्पीड़न के विरोध में धरना- सभा किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि उनके साथ होने वाले उत्पीड़नात्मक कार्रवाइयों को बंद किया जाए। इसके साथ ही कर्मचारियों की मांग पर ध्यान दिया जाए और सुविधाओं को लेकर उनकी मांगों पर ध्यान दिया जाए। मांगों के समर्थन में कर्मचारियों ने अपनी आवाज बुलंद की और कहा कि आगे उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह आगे भी धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
इसमें अभियंताओं ने कहा कि गत गत 22 अगस्त को प्रबंध निदेशक और संगठन के पूर्वांचल कार्यकारिणी के मध्य हुई वार्ता के दौरान निर्णय हुआ था कि अभियंताओं की लंबित समस्या का निराकरण किया जाएगा। निर्बाध विद्युत व्यवस्था बनाए रखने के लिए अभियंताओं को संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। बिलिंग व्यवस्था को विभागीय और उपभोक्ता हित में पारदर्शी बनाया जाएगा। सातवें वेतनमान का बकाया एरियर भुगतान और ऑनलाइन कार्यों के लिए कम्प्यूटर आपरेटर की व्यवस्था करने पर सहमति बनी थी। फिर भी इन सभी समस्या पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इससे बिजली अभियंताओं में निराशा और आक्रोश भी व्याप्त है। अभियांताओं का आरोप है कि उनके हितों का संरक्षण नहीं होने से उनकी समस्याओं का निस्तारण लंबे समय से नहीं हो पा रहा है।
अभी तो जूनियर अभियंता ध्यानाकर्षण सभा कर रहे हैं। यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो जूनियर अभियंता जल्द ही आंदोलन करेंगे। इस दौरान मुख्य रूप से केदार तिवारी, नीरज बिंद, आइपी सिंह, राजेश यादव, अनिल शुक्ल, संजय भारती, प्रदीप कुमार, पंकज कुमार, संजय कुशवाहा, गुलाब प्रजापति, निर्भीक भारती, प्रमोद कुमार, उपेंद्र कुमार, मनीष राय, जितेंद्र कुमार, केएल यादव थे। अध्यक्षता सर्वेश शुक्ला, संचालन और धन्यवाद रत्नेश सेठ ने किया।