जौनपुर निर्वाचन विभाग ने जारी की जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की अधिसूचना, 26 जून को नामांकन

राज्य निर्वाचन आयोग से जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद बुधवार को जिला निर्वाचन विभाग ने भी अधिसूचना जारी की। इसके तहत 26 जून को नामांकन व तीन जुलाई को मतदान के बाद मतगणना होगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 06:30 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 06:32 PM (IST)
जौनपुर निर्वाचन विभाग ने जारी की जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की अधिसूचना, 26 जून को नामांकन
जौनपुर जिला निर्वाचन विभाग ने भी अधिसूचना जारी की।

जौनपुर, जेएनएन। राज्य निर्वाचन आयोग से जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद बुधवार को जिला निर्वाचन विभाग ने भी अधिसूचना जारी की। इसके तहत 26 जून को नामांकन व तीन जुलाई को मतदान के बाद मतगणना होगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। चुनाव की तिथि घोषित होते ही राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ गई है।

26 जून से जिलाधिकारी कोर्ट में नामांकन से लेकर मतगणना तक की प्रक्रिया संपन्न होगी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी राम प्रकाश की तरफ से जारी अधिसूचना में नामांकन 26 जून को सुबह 11 से तीन बजे तक, नामांकन पत्रों की जांच उसी दिन तीन बजे से कार्य समाप्ति तक होगी। नामवापसी 29 जून को सुबह 11 से तीन बजे तक तो मतदान तीन जून को सुबह 11 से तीन बजे तक व मतों की गणना तीन बजे के बाद शुरू होगी, जो कार्य समाप्ति तक चलेगी। अधिसूचना के बाद जहां चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है वहीं जोड़-तोड़ की भी राजनीति शुरू हो गई है। राजनीतिक दलों के साथ ही जिला व पुलिस प्रशासन सभी 83 जिला पंचायत सदस्यों पर नजर रखे हुए है।

आयोग के निर्देश पर जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा

राज्य चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए चुनावी प्रक्रिया संपन्न होगी। किसी को भी जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। अगर किसी भी जिला पंचायत सदस्य को जान का खतरा लगता है तो उनके समक्ष उपस्थित हो। जांच कराकर उसको सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। फिलहाल अभी तक उनके पास किसी ने सुरक्षा को लेकर डिमांड नहीं की है।

-मनीष कुमार वर्मा, जिला निर्वाचन अधिकारी।

फर्जीवाड़ा रोकने व पारदर्शिता के लिए प्रक्रिया में किया गया बदलाव

सभी 1740 ग्राम पंचायत के प्रधानों का निर्वाचन हो गया है। पहले चरण में जिन ग्राम पंचायतों में दो तिहाई ग्राम पंचायत सदस्य थे वहां के प्रधानों को ही शपथ दिलाई गई। अब वही प्रधान ही गांव के विकास में पंचायत निधि की धनराशि खर्च कर सकेंगे, लेकिन इसके लिए पहले उन्हें डिजिटल सिग्नेचर की प्रक्रिया पूरी करनी है। इसके लिए वीडियो वेरिफिकेशन कराया जा रहा है। जिसमें आनलाइन आवेदन के समय ही प्रधानों को बोलते हुए पूरा ब्यौरा देना है। इसके बाद ही आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो रही है। अब तक 250 प्रधानों का डिजिटल सिग्नेचर बन चुका है। फर्जीवाड़ा रोकने और पारदर्शिता के लिए इस बार प्रक्रिया थोड़ी जटिल कर दी गई है। इस तरह पूरी होगी प्रक्रियाडिजिटल सिग्नेचर के लिए आनलाइन आवेदन के समय प्रधानों को स्वयं से वीडियो बनाते हुए पूरी जानकारी देनी है।

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