जल निगम : वरुणापार क्षेत्र में दस से बंद होंगे 54 ट्यूबवेल, डब्ल्यूटीपी से होगी जलापूर्ति
जल निगम दस फरवरी से वरुणापार क्षेत्र में चल रहे सभी 54 ट्यूबवेल को बंद कर डब्ल्यूटीपी (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) से जलापूर्ति करने की योजना बना रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। जल निगम दस फरवरी से वरुणापार क्षेत्र में चल रहे सभी 54 ट्यूबवेल को बंद कर डब्ल्यूटीपी (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) से जलापूर्ति करने की योजना बना रहा है। इससे पूर्व 31 जनवरी से डब्ल्यूटीपी से जलापूर्ति करने की योजना थी। अब परीक्षण के बाद दस फरवरी से इसे चालू करने की तैयारी है।
एसटीपी से जलापूर्ति के लिए जल निगम ने तैयारी के साथ ही लीकेज को जोडऩे और गैप को दूर करने का काम लगभग पूरा कर लिया है। अब विभाग लोगों से मिली जानकारी के आधार पर दिक्कतों को दूर कर रहा है।
गौरतलब है कि वरुणापार क्षेत्र में 228 किमी जल निगम और 150 किमी पुरानी पाइपलाइन जलकल विभाग की है। दोनों पाइप लाइनों में लीकेज की समस्या से जलकल पिछले छह महीने से जलापूर्ति शुरू नहीं करा पा रहा है। विभाग मई 2018 से अब तक सोलह सौ लीकेज की मरम्मत करा चुका है। ठंड में लगभग 32 एमएलडी और गर्मी के दिनों में लगभग साठ एमएलडी की जलापूर्ति जलकल करता है। इस संबंध में अधिशासी अभियंता अंकुर श्रीवास्तव का कहना है कि सारनाथ डब्ल्यूटीपी की जलापूर्ति क्षमता प्रतिदिन 106 एमएलडी की है। ऐसे में प्रतिदिन सौ एमएलडी तक जलापूर्ति कर सकता है।
दो वर्ष तक जल निगम करेगा रखरखाव
अधिशासी अभियंता अंकुर श्रीवास्तव ने बताया कि जल निगम आगामी दो साल तक वरुणापार क्षेत्र में जलापूर्ति व्यवस्था देखेगा। उन्होंने बताया कि आगामी दस साल तक जलापूर्ति व्यवस्था देखने के लिए शासन को 29 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भेजा है जिसमें 20 करोड़ रुपए सिस्टम को आटोमेशन करने के लिए और नौ करोड़ रुपए उसके रखरखाव के लिए मांगा गया है।
जलापूर्ति की समस्या पर करें फोन
जल निगम के अधिशासी अभियंता ने बताया कि वरुणापार क्षेत्र में जलापूर्ति की किसी तरह की समस्या के लिए लोग मोबाइल नंबर 9411447817 पर जानकारी दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि पानी की गुणवत्ता में किसी तरह की शिकायत होने पर और लीकेज की भी जानकारी दे सकते हैं। साथ ही 30 मीटर के दायरे में अगर किसी का कनेक्शन छूट गया हो और उसके पास भवन का मालिकाना कागजात हो तो वो कनेक्शन के लिए संपर्क कर सकता है।