बलिया में जागरण विमर्श : बलिया शहर जल्द जल-जमाव मुक्त होगा, तीसरे सत्र में बोले जिले के जनप्रतिनिधि

Jagran Vimarsh in Ballia के तीसरा सत्र बलिया विकास का सफर में युवा कल्याण खेलकूद एवं पंचायती राज राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी ने बताया कि एनसीसी तिराहे से एसपी आवास तक 1.27 करोड़ की लागत से नाले का निर्माण किया जा रहा है जो जल्द पूरा हो जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 08:07 PM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 08:42 PM (IST)
बलिया में जागरण विमर्श : बलिया शहर जल्द जल-जमाव मुक्त होगा, तीसरे सत्र में बोले जिले के जनप्रतिनिधि
जागरण विमर्श के तीसरे सत्र में विधायक धनंजय कनौजिया, मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल, मंत्री उपेंद्र तिवारी व विधायक उमाशंकर सिंह।

बलिया, शाश्वत मिश्रा। Jagran Vimarsh in Ballia जल जमाव शहर की बड़ी समस्या है। स्टेडियम हो या शहर के अन्य इलाके। कोई भी जल जमाव से मुक्त नहीं है। लेकिन राहत की खबर है कि इस समस्या से जल्द निजात मिलेगा। जागरण विमर्श के तीसरा सत्र 'बलिया विकास का सफर में युवा कल्याण, खेलकूद एवं पंचायती राज राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी ने बताया कि एनसीसी तिराहे से एसपी आवास तक 1.27 करोड़ की लागत से नाले का निर्माण किया जा रहा है, जो जल्द पूरा हो जाएगा। इससे शहर के एक बड़े हिस्से को जल-जमाव से मुक्ति मिलेगी।

सत्र की शुरुआत में रसड़ा के बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने जिले में मेडिकल कालेज और बंद चीनी मिल की समस्या उठाई। उन्होंने कहा कि जब भी विकास की बात होती है तो अन्य जिले बाजी मार ले जाते हैं। बहुत पहले यहां मेडिकल कालेज की बात चली तो वह देवरिया के हिस्से चला गया। इसी तरह जब अगली बार मेडिकल कालेज की बात आई तो गाजीपुर को मिल गया। गाजीपुर तो वाराणसी के बगल में है, जहां बीएचयू जैसा संस्थान है। तीसरे मौके पर मेडिकल कालेज को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप) की शक्ल दे दी गई। सिंह ने बताया कि पता किया तो बताया गया कि मेडिकल कालेज के लिए जमीन नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि मैं हाईवे किनारे अपनी जमीन देने के लिए तैयार हूं। सरकार जब चाहे, कालेज निर्माण का काम शुरू कर सकती है। इस पर संसदीय कार्य एवं ग्राम्य विकास मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला ने बताया कि जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बलिया में मेडिकल कालेज का शिलान्यास करेंगे। फिलहाल दो स्थान देखे जा चुके हैं और प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि आबादी के हिसाब से प्रदेश में 18,000 डाक्टर होने चाहिए, लेकिन सपा सरकार ने सूबे में सिर्फ 3500 डाक्टर ही छोड़े थे। इस समस्या के तुरंत निदान के लिए मुख्यमंत्री ने डाक्टरों के रिटायर होने की उम्र बढ़ा दी, जिससे फौरी राहत तो मिली।

उमाशंकर सिंह के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ बलिया के बारे में नहीं सोचना चाहिए। हम उप्र और देश के भी नागरिक हैं। फिर भी जिले में मेडिकल सुविधाएं पहले के मुकाबले सुधरी हैं। इस दौरान बेल्थरा रोड से भाजपा विधायक धनंजय कनौजिया ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं पहले से बेहतर हुई हैं। सत्र का संचालन दैनिक जागरण वाराणसी के संपादकीय प्रभारी भारतीय बसंत कुमार ने किया।

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