International Day of Older Persons : वरिष्ठ नागरिकों एवं वृद्धजनों के स्वास्थ्य की करें नियमित निगरानी, लें संतुलित आहार और करें व्यायाम

वर्तमान में परिवार के वरिष्ठ सदस्यों की सेहत को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। आमतौर पर वृद्धजन पहले से ही कई तरह की गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित रहते हैं। इन दिनों कोविड के चलते तनाव का स्तर और भी बढ़ गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 06:10 AM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 06:10 AM (IST)
International Day of Older Persons : वरिष्ठ नागरिकों एवं वृद्धजनों के स्वास्थ्य की करें नियमित निगरानी, लें संतुलित आहार और करें व्यायाम
वर्तमान में परिवार के वरिष्ठ सदस्यों की सेहत को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। वर्तमान में परिवार के वरिष्ठ सदस्यों की सेहत को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। आमतौर पर वृद्धजन पहले से ही कई तरह की गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित रहते हैं। इन दिनों कोविड के चलते तनाव का स्तर और भी बढ़ गया है। बुजुर्गों में माइग्रेन, पोस्ट ट्रामैटिक स्ट्रेस डिसआर्डर (पीटीएसडी), आब्सेसिव कंपल्सिव डिसआर्डर (ओसीडी) की समस्याएं बढ़ी हैं। अपर निदेशक/सीएमओ डा. वीबी सिंह के मुताबिक ऐसे लक्षण दिखने पर तत्काल मंडलीय अस्पताल-कबीरचौरा या नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचकर चिकित्सीय परामर्श लें।

सतर्क रहने से कई प्रकार की समस्याओं से बचा जा सकता है

एहतियात के लिए समय-समय पर जांच कराते रहें और चिकित्सीय परामर्श के अनुसार निर्धारित दवा देते रहें। वृद्धजनों में आमतौर पर किसी भी प्रकार के संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। मगर सतर्क रहने से कई प्रकार की समस्याओं से बचा जा सकता है। एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा. एके गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत “नेशनल प्रोग्राम फार द हेल्थ केयर आफ एल्डर्ली” (एनपीएचसीई) संचालित किया जा रहा है। इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों या वृद्धजनों के समुचित उपचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके तहत कबीरचौरा स्थित श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय जिला चिकित्सालय (एसएसपीजी) में अलग से विशेषज्ञ चिकित्सक एवं स्टाफ की तैनाती करते हुए ओपीडी एवं इनडोर सेवाएं संचालित हैं। मंडलीय हास्पिटल कबीरचौरा के मनोचिकित्सक डा. रवींद्र कुशवाहा ने बताया कि कोविड के कारण वृद्धजनों की देख-रेख प्रभावित हुई है। इसके कारण उन्हें डिमेंसिया (भूलने की बीमारी), स्ट्रेस, डिप्रेशन, अल्ज़ाइमर्स की समस्याएं हो रहीं हैं। पहले छोटी-छोटी चीजें भूलने की आदत पड़ती है और बाद में यही समस्या गंभीर रूप धारण कर लेती है। जबकि पुरानी चीजों की याददाश्त बनी रहती हैं। जितनी जल्दी बीमारी का पता चलेगा, कुछ दवाओं से बीमारी बढ़ने की दर को कम किया जा सकता है।

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