International Day of Older Person : बुजुर्गों के दांत की देखभाल के लिए बढ़ेगी डिजिटल हिस्सेदारी

बुजुर्गों की डेंटिस्ट्री यानी मुंह व दांत के रोगों की समस्या बढ़ते जा रही है। यह समस्या 65 साल के ज्यादा उम्र के लोगों में पाई जा रही है। इस लिए दंत चिकित्सक अब बुजुर्गों की भी देखभाल के लिए डिजिटल हिस्सेदारी बढ़ाने पर जाेर दे रहे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 30 Sep 2021 06:27 PM (IST) Updated:Thu, 30 Sep 2021 06:27 PM (IST)
International Day of Older Person : बुजुर्गों के दांत की देखभाल के लिए बढ़ेगी डिजिटल हिस्सेदारी
बुजुर्गों की डेंटिस्ट्री यानी मुंह व दांत के रोगों की समस्या बढ़ते जा रही है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। बुजुर्गों की डेंटिस्ट्री यानी मुंह व दांत के रोगों की समस्या बढ़ते जा रही है। यह समस्या 65 साल के ज्यादा उम्र के लोगों में पाई जा रही है। इस लिए दंत चिकित्सक अब बुजुर्गों की भी देखभाल के लिए डिजिटल हिस्सेदारी बढ़ाने पर जाेर दे रहे हैं। इस साल का इंटरनेशनल डे आफ ओल्डर पर्सन भी इसी थीम "सभी उम्र के लिए डिजिटल हिस्सेदारी" पर आधारित है। यह दिवस हर साल एक अक्टूबर को 1990 से संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रयास से मनाया जा रहा है।

चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित दंत चिकित्सा संकाय के पूर्व प्रमुख व इंडियन डेंटल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. टीपी चतुर्वेदी बताते हैं कि इस उम्र के लोगों में कई तरह की बीमारी पहले से दांत एवं मुंह की उचित देखभाल न होने से होती है। इस उम्र में दिक्कत कम रोग प्रतिरोधक क्षमता व शरीर की अन्य बीमारियों के कारण और बढ़ जाती हैं। इसमें प्रमुख कारण डायबिटीज की बीमारी जिससे दांत और मुख के रोग ज्यादा होता है। दांत की बीमारी से खाना चबाना मुश्किल होता है जिससे शरीर के पाचन क्रिया भी सही नहीं हो पाती है। इस उम्र के लोगों का मूवमेंट, यादाश्त की शक्ति भी कम होने लगती हैं।

यह है लक्षण :

मुंह का शुष्क होना, दांत के जड़ का कमजोर व सड़ना, दांत का घिसना, पायरिया, दांतों का न होना, दांत के हड्डियों का कमजोर होना, डेंचर का फिट ना होना, मुंह में छाले होना, मुंह में लार कम आना, ओरल कैंसर आदि का होना आम बात है। यह सब

बढ़ जाता है कई बीमारी का खतरा

प्रो. चतुर्वेदी बताते हैं कि मुंह व दांत की उचित देखभाल करने से इस उम्र के लोगों का स्वास्थ्य में सुधार होता है। इससे पेट के रोग व अन्य स्वास्थ्य से संबंधित बीमारी हो सकती हैं। इस बीमारी से खून, हृदय रोग, मधुमेह, गुर्दा रोग व सांस संबधित बीमारी होने का खतरा भी होता हैं।

दांतों की सफाई पर दें विशेष ध्यान

नियमित रूप से गुटका पान मसाला स्मोकिंग सुरती सेवन से मुंह में छाले, धब्बे एवं मुंह का कैंसर होता हैं। इस सब बीमारी को रोकथाम नियमित दिनचर्या खानपान और दांतों की सफाई, पर ध्यान केंद्रित कर के बचा जा सकता है।

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