चंदौली में अनुपस्थित एक दर्जन चिकित्सक और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश

ओपीडी में बाहर से दवा लिखे जाने की शिकायत पर चार चिकित्सकों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई का संकेत दिया। चिकित्सालय के बाहर स्थित मेडिकल व पैथोलॉजी की दुकानों पर धमके डीएम ने गहनता से जांच की। यह देख दवा व पैथोलॉजी की दुकान धड़ाधड़ बंद हो गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 04:54 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 04:54 PM (IST)
चंदौली में अनुपस्थित एक दर्जन चिकित्सक और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश
ओपीडी में बाहर से दवा लिखे जाने की शिकायत पर चार चिकित्सकों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई का संकेत दिया।

चंदौली, जागरण संवाददाता। जिलाधिकारी संजीव कुमार ने संयुक्त चिकित्सालय का शनिवार को आकस्मिक निरीक्षण किया। अनुपस्थित एक दर्जन चिकित्सक व पैरामेडिकल कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया। ओपीडी में बाहर से दवा लिखे जाने की शिकायत पर चार चिकित्सकों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई का संकेत दिया। चिकित्सालय के बाहर स्थित मेडिकल व पैथोलॉजी की दुकानों पर धमके डीएम ने गहनता से जांच की। यह देख दवा व पैथोलॉजी की दुकान धड़ाधड़ बंद हो गई।

संयुक्त चिकित्सालय के आकस्मिक निरीक्षण में उपस्थित पंजिका की जांच करने के दौरान चिकित्सक डॉक्टर सत्येंद्र कुमार, डॉक्टर रोमा विश्वकर्मा, डॉ अनूप कुमार सिंह, डा. अभिषेक कुमार समेत पांच चिकित्सक अनुपस्थित मिले। वही आधा दर्जन से अधिक पैरामेडिकल कर्मचारियों के अनुपस्थित पाए जाने पर उनका एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया। लगभग दो घंटे तक आकस्मिक निरीक्षण के दौरान भीषमपुर गांव निवासी शन्नो देवी ने बताया कि पुत्री गोल्डी पीलिया सहित अन्य बीमारी से पीड़ित है। डॉक्टर एसबी मौर्या को दिखाने पर बाहर की दवा लिखी गई है।

कुछ ऐसे ही व्यथा अकोढवा गांव निवासी शिवकुमार, डहिया गांव निवासी सुनीता मूसाखांड निवासी कल्लू सहित कई मरीजों ने डॉक्टर पवन कश्यप सहित चार चिकित्सकों द्वारा बाहर दवा की लिखी पर्ची दिखाते हुए आरोप लगाया कि ये चिकित्सक चिकित्सालय की दवा न लिखकर बाहर दवा की दुकानों से भारी भरकम महंगी दवा लिखते हैं। संबंधित चिकित्सकों को तलब करते हुए डीएम ने पूछताछ की। कहा पिछली बार जांच के दौरान चिकित्सालय में उपलब्ध दवाओं की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया था। बावजूद इसके अभी तक उपलब्ध सूची उपलब्ध कराया जाना लापरवाही को उजागर करता है। सीएमएस डाक्टर अजय कुमार गौतम को निर्देश दिया कि तीन दिन के भीतर चिकित्सालय में उपलब्ध दवाओं की सूची देना सुनिश्चित करें। बाहर दवा की दुकानों पर अनावश्यक रूप से दवा लिखे जाने की कार्यप्रणाली को रोक लगावें।

रेडियोलॉजिस्ट समेत अन्य चिकित्सकों का पद रिक्त होने पर शासन को पत्र लिखने का निर्देश दिया। उच्च क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट मशीन व समीप बन रहे कक्ष का निरीक्षण किया। पोषण पुनर्वास केंद्र के निरीक्षण के दौरान भर्ती 8 मरीजों व उनके तीमारदारों का हाल जाना। नाश्ता व भोजन के बाबत पूछताछ में सब कुछ ठीक-ठाक पाए जाने पर संतुष्टि जताई। चिकित्सालय के बाहर स्थित दवा की दो व पैथोलॉजी की एक दुकान पर पहुंचे डीएम ने बाहर से लिखी दवाओं का मिलान किया। जीएसटी सहित रसीद तीमारदारों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। डीएम के दवा की दुकानों पर धमकते ही आसपास स्थित दवा व पैथोलॉजी की दुकानें धड़ाधड़ बंद हो गई।

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