संबद्ध कालेजों को 25 सितंबर तक दाखिला पूर्ण करने का निर्देश, विद्यापीठ में खुद अब तक कट आफ जारी नहीं

स्ववित्तपोषित कालेजों की निगाहें विद्यापीठ व अनुदानित कालेजों के दाखिला पूर्ण होने पर टिकी है। स्ववित्तपोषित कालेजों के प्रबंधकों का कहना है कि महाविद्यालय में सीधे दाखिले का प्रावधान है। यही नहीं सितंबर माह में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को दस से बीस फीसद तक छूट दी जा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 11:17 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 11:17 AM (IST)
संबद्ध कालेजों को 25 सितंबर तक दाखिला पूर्ण करने का निर्देश, विद्यापीठ में खुद अब तक कट आफ जारी नहीं
25 सितंबर तक स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला पूर्ण करने का निर्देश दिया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने संबद्ध महाविद्यालयों को 25 सितंबर तक स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला पूर्ण करने का निर्देश दिया है। वहीं दूसरी ओर विद्यापीठ स्वयं दाखिले के लिए अब तक कट आफ मेरिट अब तक जारी नहीं कर सका है। हालांकि, प्रवेश सेल कट आफ मेरिट बनाने में जुटा हुआ है। फिर भी 25 सितंबर तक पूर्ण होना संभव है।

यही हाल संबद्ध अनुदानित कालेजों का है। यूपी कालेज में जहां प्रवेश परीक्षाओं का अब तक रिजल्ट नहीं जारी हो सका है। वहीं हरिश्चंद्र पीजी कालेज में दाखिले की प्रवेश परीक्षा शुक्रवार से शुरू हो रही है। ऐसे में 15 अक्टूबर से पहले दाखिला पूरा होने की संभावना नहीं है। वहीं स्ववित्तपाेषित कालेजों को विद्यापीठ व अनुदानित कालेजों में दाखिला पूर्ण होने का इंतजार है। जबकि विद्यापीठ व अनुदानित कालेजों में दाखिला पूर्ण नहीं होगा। तब तक छात्र स्ववित्तपाेषित कालेजों की ओर रूख नहीं करते है। दरअसल स्ववित्तपोषित कालेजों में शुल्क अधिक होने के कारण छात्राओं की पहली प्राथमिकता विद्यापीठ के मुख्य परिसर में उसके बाद अनुदानित कालेजों में होती है। जब छात्रों का मुख्य परिसर व अनुदानित कालेजों में दाखिला नहीं होता है। तब तक छात्र स्ववित्तपोषित कालेजों तक दस्तक नहीं देते हैं।

स्ववित्तपोषित कालेजों की निगाहें विद्यापीठ व अनुदानित कालेजों के दाखिला पूर्ण होने पर टिकी हुई है। स्ववित्तपोषित कालेजों के प्रबंधकों का कहना है कि उनके महाविद्यालय में सीधे दाखिले का प्रावधान है। यही नहीं सितंबर माह में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को दस से बीस फीसद तक छूट दी जा रही है। इसके बाद भी दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या काफी कम है। हालांकि इस बार विभिन्न बोर्डें के इंटरमीडिएट का परीक्षाफल 95 फीसद से भी अधिक है। ऐसे में इस बार स्ववित्तपोषित कालेजों की भी सीटें फुल होने की संभावना है। पर अक्टूबर के अंत तक। ऐसे में अक्टूबर तक दाखिला पूर्ण होने की संभावना नहीं है।की सीट फुल हो जाती है। तब की ओर दाखिले के लिए

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