अब प्रवासियों को लेकर बलिया आने की बजाय ट्रेन पहुंच गई नागपुर, रेलवे भी हैरान

श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार को गोवा से बलिया के लिए चली थी किंतु गलत रूट पकड़ने से नागपुर पहुंच गई। यह ट्रेन 24 घंटे विलंब से बलिया पहुंची।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 24 May 2020 06:08 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 09:49 AM (IST)
अब प्रवासियों को लेकर बलिया आने की बजाय ट्रेन पहुंच गई नागपुर, रेलवे भी हैरान
अब प्रवासियों को लेकर बलिया आने की बजाय ट्रेन पहुंच गई नागपुर, रेलवे भी हैरान

बलिया, जेनएनएन। मत पूछिए क्या-क्या जलालत झेलनी पड़ी। बस किसी तरह से ट्रेन बलिया तक आ गई। अब जाकर दिल को सुकून मिला। यह बात बलिया रेलवे स्टेशन पर रविवार को दोपहर बाद दो बजे पहुंची श्रमिक स्पेशल के यात्रियों ने कही। यह श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार को गोवा से बलिया के लिए चली थी किंतु गलत रूट पकड़ लेने के कारण यह ट्रेन 24 घंटे भटकती रही। इस दौरान यात्रियों को भीषण गर्मी में जहां भारी दुश्वारियां झेलनी पड़ी, वहीं भोजन के साथ ही पानी के लिए भी तरसना पड़ गया। वहीं दूसरी तरफ 21 मई को सूरत से सिवान के लिए चली ट्रेन राउरकेला (उड़ीसा) पहुंच गई जबकि सूरत-सिवान रूट पर राउरकेला पड़ता ही नहीं।

विभिन्न रूटों पर चक्कर लगाती रही ट्रेन

ट्रेन से उतरे घोसी मऊ जनपद के निवासी संजय चौहान व अवध कुमार ने बताया कि गोवा से यह ट्रेन गुरुवार को अपने निर्धारित समय से चली थी। गोवा से चलते समय वहां पर खाना व पानी मिला था। महाराष्ट्र के भुसावल से इटारसी न जाकर हम लोगों की ट्रेन नागपुर चली गई। इसके कारण ट्रेन महाराष्ट्र के विभिन्न रूटों पर चक्कर लगाती रही। बाद में चालक को रूट की सही जानकारी होने पर ट्रेन इटारसी पहुंची। इसके बाद इस ट्रेन ने सही रूट पकड़ा।

बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए लोग

श्रमिकों ने बताया महाराष्ट्र में भोजन की बात छोडि़ए, भीषण गर्मी में बूंद-बूंद पानी तक के लिए यात्री तरसते रह गए। जबलपुर व कटनी में हम सभी को भरपेट भोजन व पानी मिला। ट्रेन के बलिया पहुंचने से पूर्व गाजीपुर में कुछ श्रमिकों ने चेलपुलिंग कर दिया। इस दौरान वहां काफी संख्या में यात्री बिना जांच कराए ही उतर कर घर चले गए।

यात्रा के दौरान सबसे अधिक दिक्कत महिलाओं व बच्चों को झेलनी पड़ी। पानी न मिलने से कई लोगों की तबीयत भी खराब हो गई। बता दें कि गोवा से बलिया की दूरी 2245 किमी है। कोई भी ट्रेन इस दूरी को 48 घंटे में तय कर लेती है। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि गोवा से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन काफी विलंब से बलिया पहुंची है।

प्लेटफार्म पर की तोड़फोड़

किउल लाइन व्यस्त होने की वजह से रविवार को जब ट्रेन गया जंक्शन पहुंची तो श्रमिकों के धैर्य ने जवाब दे दिया और जमकर तांडवा किया। प्लेटफार्म पर तोड़फोड़ भी की। श्रमिकों का गुस्सा यहां भी शांत नहीं हुआ तो पीडीडीयू जंक्शन पर भी हंगामा किए। हालांकि जीआरपी व आरपीएफ के जवानों ने मोर्चा संभाला और श्रमिकों को शांत कराया। जंक्शन पर जब श्रमिकों को खाना व पानी दिया गया तो भटकी ट्रेन के प्रवासियों ने कहा घर पहुंचा दो खाना पानी भले न दो। ट्रेन को वाराणसी के लिए रवाना करा दिया गया।

समझा बुझाकर ट्रेन को किया गया रवाना

21 मई को 12 सौ श्रमिकों को सूरत से लेकर 9271 श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार के सिवान के लिए चली। सिवान की बजाए ट्रेन राउरकेला (उड़ीसा) पहुंच गई। इसकी भनक जब श्रमिकों को लगी तो वे आक्रोशित हो गए लेकिन किउल लाइन से ट्रेन को सिवान पहुंचाने की रणनीति बनाई गई तो श्रमिक भी शांत हो गए। किउल लाइन व्यस्त होने की वजह से ट्रेन को गया जंक्शन पहुंचा दिया गया। गया जंक्शन पर ट्रेन के रूकते ही श्रमिकों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और जमकर बवाल किए।

किसी तरह ट्रेन को वहां से पीडीडीयू जंक्शन के लिए रवाना किया गया। कंट्रोल ने सुरक्षा एजेंसियों को घटना की जानकारी दी तो जंक्शन पर आरपीएफ व जीआरपी के जवान मुस्तैद हो गए। प्लेटफार्म नंबर चार पर ट्रेन पहुंची तो एक बार फिर श्रमिकों ने हंगामा करना चाहा लेकिन जवानों ने मोर्चा संभाला। समझा बुझाकर ट्रेन को वाराणसी रवाना किया गया। अब ट्रेन गाजीपुर होते हुए सिवान पहुंचेगी।

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