Sri Lanka में भारतीय दूतावास ने बनारसी साड़ी पर जारी किया पोस्टर, बताया दुल्हन की खास पोशाक
बनारस का नाम प्राचीन काल से ही धार्मिक पर्यटन महत्व की वजह से चर्चा में रहा है। इसके साथ ही बनारसी साड़ी भी देश विदेश में चर्चा में रही है। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पर्यटन के साथ ही बनारसी साड़ी का भी कारोबार प्रभावित चल रहा है।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। देश और विदेश में बनारस का नाम प्राचीन काल से ही धार्मिक पर्यटन महत्व की वजह से चर्चा में रहा है। इसके साथ ही बनारसी साड़ी भी देश विदेश में चर्चा में रही है। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पर्यटन के साथ ही बनारसी साड़ी का भी कारोबार प्रभावित चल रहा है। ऐसे में कोराना वायरस संक्रमण का दूसरा दौर बीतने के बाद काराेबार और पर्यटन के बल पर लोग अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं। वहीं भारतीय दूतावासों के जरिए भी ब्रांडिंग और कारोबार को बढ़ाने के प्रयास भी जारी हैं।
देश में बनारसी साड़ी का कारोबार करोड़ों में है तो विदेशों में भी इसकी डिमांड कम नहीं है। भारत के अलावा हिंदू बहुल देशों में भी बनारसी साड़ी का कारोबार खूब होता है। अब संक्रमण का दौर खत्म होने के बाद बनारसी साड़ी की ब्रांडिंग भी खूब हो रही है। इसी कड़ी में बुधवार को श्रीलंका के कैंडी में मौजूद भारतीय दूतावास कार्यालय की ओर से बनारस की साड़ी पर पोस्टर जारी कर बनारस की शानदार कपड़ों की विरासत की तारीफ की गई है। जारी पोस्ट के साथ ही पोस्टर जारी कर बनारस की समृद्ध साड़ी की परंपराओं का निर्वहन करते हुए इसकी तारीफ की गई है।
दूतावास की ओर से स्थानीय भाषा के अलावा अंग्रेजी में भी पोस्ट जारी कर बनारस को टैग किया गया है। पोस्ट के साथ ही लिखा गया है कि - 'वाराणसी, जिसे बनारस भी कहा जाता है, वहां पर बनी बनारसी साड़ी, विरासत की एक गहन मूल्यवान वस्तु है, जो अपने सोने और चांदी के ब्रोकेड और ज़री, बढ़िया रेशम और भव्य कढ़ाई के लिए जानी जाती है। अक्सर एक भारतीय दुल्हन की पोशाक का हिस्सा, यह किसी भी अलमारी के लिए एक शानदार अतिरिक्त पहनावा है।' इस पोस्ट के जारी होने के बाद कई लोगों ने इसे शेयर कर बनारस की इस विशिष्टता की तारीफ की है।