Independence Day : बीएचयू कर्मी की बेटी धांवी ने भारत माता बन किया कोरोनावायरस रूपी दानव का शिकार
बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान के कर्मी विक्रांत कुशवाहा की बेटी ने स्वतंत्रता दिवस पर भारत माता के अष्टभुजी अवतार में आकर कोरोना रूपी दानव से आजादी का मनोरम संदेश दी है।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान के एक कर्मी विक्रांत कुशवाहा की बेटी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत माता के अष्टभुजी अवतार में आकर कोरोना रूपी दानव से आजादी का मनोरम संदेश दे रही हैं। धान्वी कुशवाहा, केजी में सनबीम स्कूल, भगवानपुर में पढ़ती हैं। धान्वी की मां शिक्षिका श्वेता कुशवाहा ने उन्हें यह रूप दिया। इस चित्र के माध्यम से धान्वी अपनी आठ भुजाओं से देश के सीमा पर तैनात रक्षकों, स्वतंत्रता सेनानियों और कोरोना योद्धाओं को नमन कर रहीं हैं और त्रिशूल से कोरोना वायरस का संहार कर रहीं हैं। कोरोना महामारी के दौरान घर से लेकर अस्पताल और दफ्तरों में जंग लड़ रहे उन रक्षकों और कोरोना योद्धाओं को, जिसमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, पुलिस कर्मी, बैंक कर्मी, सफाई कर्मी, किसान, शिक्षक शामिल हैं उनके भी बलिदान और कर्तव्यों को इस सजीव चित्र के माध्यम से प्रदर्शित करने का प्रयास किया है। वह बताती हैं कि महामारी में इन लोगों ने देश को अपनी सेवा प्रदान की है, ताकि हम अपने घरों में रहकर सुरक्षित रह सकें।
बीएचयू के हर विभाग में हुआ ध्वजारोहण, कुलपति ने मालवीय भवन और एंफीथियेटर में फहराया झंडा
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने एंफीथियेटर मैदान और मालवीय भवन में ध्वजारोहण किया। वहीं इसके बाद से सभी विभागों के अध्यक्ष ने विभाग के बाहर झंडारोहण कर 15 अगस्त का उत्सव मनाया। विश्वविद्यालय में छात्रावास के सभी वार्डेन मिलकर बिरला छात्रावास के प्रांगण में ध्वजारोहण किये और छात्रों में मिठाइयां भी बांटी गईं। इस बीच विश्वविद्यालय में पांच महीने बाद हर विभाग में लोगों की कुछ चहल पहल भी दिखी, जो किसी उत्सव की तरह लग रहा था। कृषि विज्ञान संस्थान में निदेशक प्रो. रमेश चंद ने ध्वजारोहण कर लोगों को स्वतंत्रता आंदोलन के उद्देश्यों से रूबरू कराया। इस दौरान संस्थान में 50 से ज्यादा अध्यापक और स्टाफ मौजूद रहे।