वाराणसी में डेंगू का बढ़ता जा रहा प्रकोप, एक ही दिन में मिले 20 संदिग्ध मरीज

बाढ़ और अब बारिश के चलते शहर के कई क्षेत्रों में जलजमाव है। इससे न केवल मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है बल्कि लोग तेजी से डेंगू की चपेट में भी आ रहे हैं। वाराणसी में ऐसे करीब 20 संदिग्ध मरीज मिले जो रैपिड टेस्ट में पाजिटिव मिले हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 25 Aug 2021 07:10 AM (IST) Updated:Wed, 25 Aug 2021 07:10 AM (IST)
वाराणसी में डेंगू का बढ़ता जा रहा प्रकोप, एक ही दिन में मिले 20 संदिग्ध मरीज
वाराणसी में लोग तेजी से डेंगू की चपेट में आ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। बाढ़ और अब बारिश के चलते शहर के कई क्षेत्रों में जलजमाव है। इससे न केवल मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है, बल्कि लोग तेजी से डेंगू की चपेट में भी आ रहे हैं। मंगलवार को जनपद में ऐसे करीब 20 संदिग्ध मरीज मिले, जो रैपिड टेस्ट में पाजिटिव मिले हैं। इनमें से 13 सिर्फ लाल बहादुर शास्त्री हास्पिटल रामनगर के ही हैं। बुधवार, 25 अगस्त को सभी का सैंपल डेंगू की पुष्टि के लिए आइएमएस-बीएचयू के लैब में एलाइजा जांच को भेजा जाएगा।

दरअसल, रविवार तक जहां जनपद में डेंगू के 42 पुष्ट मरीज थे, वहीं मंगलवार को इनकी संख्या बढ़कर 53 हो गई है। अब तक 124 संदिग्ध रैपिड जांच में पाजिटिव मिल चुके हैं। एलबीएस हास्पिटल रामनगर में विगत 24 घंटे में 41 लोगों की डेंगू जांच रैपिड किट से की गई, जिनमें 13 पाजिटिव मिले हैं। वहीं विभिन्न निजी अस्पतालों व लैबों में करीब सात संदिग्ध मरीज पाए गए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद्र पांडेय ने बताया कि सभी के सैंपल पुष्टि के लिए बीएचयू लैब में भ्रेजे जाएंगे। अधिकांश मरीज बरेका, सीार गोवर्द्धन, नेवादा, छित्तूपुर, सुंदरपुर, बीएचयू आदि क्षेत्रों में ही मिले हैं।

जलभराव दे रहा डेंगू को आमंत्रण

लगातार हो रही बारिश ने नगरीय व्यवस्था का दावा करने वाले अधिकारियों को आईना दिखाया है। बावजूद इसके न तो व्यवस्था दुरुस्त हो रही है और न ही महकमों का इस ओर संजीदा प्रयास ही दिखाई दे रहा है। आमजन अपने घरों में तो सावधानी बरत रहे हैं, लेकिन मोहल्ले या कालोनियों में लगने वाले पानी को निकालने का जिम्मा अखिर किसका है, यह सवाल अब भी अनुत्तरित है।

इन क्षेत्रों में मिले 53 पुष्ट मरीज

- सेंट्रल जेल : 01

- दुर्गाकुंड : 01

- रामनगर : 02

- बरेका : 09

- सीर गोवर्द्धन : 03

- राजेंद्र विहार कालोनी : 03

- रविंद्रपुरी : 01

- नेवादा : 03

- साकेत नगर : 01

- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : 01

- गिलट बाजार : 01

- भगवानपुर : 01

- घसियारी टोला : 01

- नरिया : 01

- कबीर नगर : 01

- खोजवां : 01

- लोहटिया : 01

- फुलवरिया : 02

- लंका : 03

- नगवां : 01

- सिकरौल : 01

- शिवपुर : 01

- छित्तूपुर : 04

- कबीरचौरा : 01

- सुंदरपुर : 03

- भिखारीपुर : 01

- कमच्छा : 01

- बीएचयू : 03

प्रभावित क्षेत्रों में कराया गया दवा छिड़काव

स्वास्थ्य विभाग ने 38 टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय किया है। ये टीमें प्रभावित क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव कर रही हैं। अब तक 728 मोहल्लों व कालोनियों में एंटीलार्वा का छिड़काव किया गया। वहीं पुष्ट मरीजों के घर के आस-पास के 35 से 40 घरों में पाइरेथ्रम का इंडोर स्प्रे किया गया। कुल 1668 घरों में यह छिड़काव किया जा चुका है। वहीं 3240 घरों में मच्छरों का लार्वा सर्च किया गया।

नगर निगम भी हुआ सक्रिय

डेंगू के प्रकोप को देखते हुए नगर आयुक्त प्रणय सिंह के निर्देशन में सघन अभियान चलाया जा रहा है। क्षेत्रीय सफाई निरीक्षकों व जिला मलेरिया अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर नगवां, भगवानपुर, चितईपुर, छित्तूपुर, कंदवा, करेबा, मंडुआडीह, सामनेघाट, बालाजी नगर, मारूति नगर, गंगोत्री नगर, शिवपुर व सारनाथ को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह ने बातया कि इन क्षेत्रों में एंटीलार्वा की 84 टीमें व फागिंग की 31 टीमें कार्य कर रही हैं। इसी क्रम में मंगलवार को पांच मशीनों द्वारा वृहद सैनिटाइजेशन व एंटी लार्वा का छिड़काव किया गया। वहीं कालोनियों में खाली पड़े प्लाटों में जलजमाव को चिन्हित करते हुए प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही कराई जा रही है।

डेंगू के लक्षण

-तेज बुखार आना और ठंड लगना

-ब्लड प्रेशर का सामान्य से बेहद कम होना

- मांसपेशियों, जोड़ों, सिर और शरीर में दर्द

- शारीरिक कमज़ोरी, भूख न लगना।

-गंभीर अवस्था में पूरे शरीर पर रैशेज़

-तेज़ बुखार 3-4 दिनों तक, पेट दर्द व मिचली

बचाव

- डेंगू का वाहक मच्छर साफ पानी में पनपता है, अतः घर-बाहर जलजमाव न होने दें।

- कूलर का पानी बदलते रहे।

-गमले और छत पर पड़े डिब्बे, टायरों और पुराने बर्तनों में पानी जमा न होने दें।

-घर में साफ-सफाई रखें, मच्छरदानी लगाएं, पूरे पैर व बांह के कपड़े पहनें

-बुखार हो तो खुद दवा लेने के बजाय डाक्टर के पास जाएं

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